कुरूद पॉलिटेक्निक कॉलेज में चार रोजगारोन्मुखी डिप्लोमा पाठ्यक्रम की होगी पढ़ाई

कुरूद। विधायक अजय चंद्राकर की दूरदर्शी सोच, जिन्होंने समाज में बदलाव लाने के लिए कर्म को शब्दों से अधिक ताकतवर माना है। उनकी निष्ठा, मेहनत और समाज सेवा ने कुरूद को नई दिशा दी है और यह पॉलिटेक्निक कॉलेज उस दिशा का प्रतीक है। प्राचार्य जीके साहू ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि यह कॉलेज एआईसीटीई मान्यता प्राप्त है और यहां चार रोजगारोन्मुखी डिप्लोमा पाठ्यक्रम सिमेंट टेक्नोलॉजी, बायोमेडिकल इंस्ट्रूमेंटेशन, माइनिंग एंड माइन सर्वेयिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम चलेंगे। उन्होंने कहा कि असली शिक्षा केवल डिप्लोमा पाने का नाम नहीं है, बल्कि यह सीखना है कि आप समाज के लिए कितने उपयोगी हैं। अनुशासन, परिश्रम और नवाचार ही असली पहचान बनाएंगे। नगर पंचायत अध्यक्ष ज्योति भानु चंद्राकर ने विद्यार्थियों को जीवन के मूल मंत्र सिखाए। उन्होंने कहा कि आप इस कॉलेज के पहले बैच का हिस्सा हैं, यह गर्व की बात है, लेकिन इसके साथ बड़ी जिम्मेदारी भी है। शिक्षा आपको अनुशासन, राष्ट्रभक्ति और संतुलित जीवन जीने की कला सिखाएगी। उन्होंने ध्यान योग के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह मन को शांत और ऊर्जा को केंद्रित करने का सबसे प्रभावी तरीका है। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को कोई न कोई शौक अपनाने की सलाह दी, जैसे संगीत, खेल या कला, जो तनाव को कम करने और जीवन को समृद्ध करने में मदद करते है। मोबाइल के उपयोग पर उनकी टिप्पणी ने सभी का ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि मोबाइल आपके लिए वरदान भी है और अभिशाप भी। अगर आप इसका सही उपयोग करते हैं, तो यह ज्ञान का खजाना है। लेकिन बिना उद्देश्य के इसके पीछे भागना समय और जीवन की बर्बादी है। इसे साधन बनाइए, बाधा नहीं। इस अवसर पर ईश्वर लाल देशमुख विभागाध्यक्ष कंप्यूटर साइंस, चन्द्रेश कुमार देशमुख विभागाध्यक्ष इलेक्ट्रॉनिक्स, डॉ. निधि शुक्ला व्याख्याता केमिस्ट्री, प्रियंका भगत व्याख्याता कंप्यूटर साइंस, श्रद्धा तिवारी व्याख्याता इलेक्ट्रॉनिक्स, रश्मी स्वामी व्याख्याता इलेक्ट्रॉनिक्स, देवेंद्र कुमार और कारुन गजभिए सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ, पालक और शिक्षकगण मौजूद थे। कार्यक्रम का मंच संचालन श्रद्धा तिवारी ने किया और आभार प्रदर्शन डॉ. निधि शुक्ला ने व्यक्त किया।


