कलेक्टर श्री मिश्रा ने किया आमदी धान उपार्जन केंद्र का निरीक्षण, पारदर्शिता और किसान हित को दी सर्वोच्च प्राथमिकता

धमतरी- कलेक्टर अबिनाश मिश्रा लगातार जिले के धान उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण कर रहे है । जिले के धान खरीदी केंद्र सोरम, अछोटा. माकर दोना,सांकरा के बाद आज आमदी धान उपार्जन केंद्र का निरीक्षण कर खरीदी व्यवस्था का जायज़ा लिया। जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के अंतर्गत धान उपार्जन कार्य 15 नवंबर से सुचारु रूप से जारी है।
पिछले माह जिले की प्रभारी सचिव सुश्री शम्मी आबिदी ने 7 से अधिक धान खरीदी केंद्रों कोड़ेबोड़, भाटागांव, बगौद, कुरूद, चर्रा, आमदी, संबलपुर धान खरीदी केंद्रों का दौरा किया। उन्होंने केंद्रों में की गई व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया तथा किसानों से सीधे संवाद कर धान विक्रय प्रक्रिया के संबंध में उनकी समस्याओं एवं सुझावों की जानकारी ली। धान खरीदी शुरुआती दिन संभागायुक्त महादेव कांवरे ने धान खरीदी केन्द्रों एवं चेक पोस्ट का किया निरीक्षण किया था । नोडल अधिकारी भी सतत निरीक्षण कर रहे है । जहां कहीं किसानों की कोई समस्या होती है उसका समाधान किया जा रहा है। जिले में धान खरीदी सुचारू रूप से जारी है । किसानों की समस्या के लिए टोल फ्री नंबर है । जिसमे अपनी समस्या या शिकायत बता सकते है ।
कलेक्टर श्री मिश्रा ने आमदी धान खरीदी केंद्र के निरीक्षण के दौरान केंद्र में की गई व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया तथा किसानों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं व सुझावों को सुना। उन्होंने खरीदी प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी और किसान-हितैषी बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने केंद्र में बारदाना उपलब्धता, डेनेज व्यवस्था, परिवहन, टोकन प्रणाली, इंटरनेट कनेक्टिविटी, बायोमेट्रिक स्टैकिंग एवं ऑपरेटर की उपलब्धता जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं की जानकारी ली । उन्होंने धान तौल आदि शासन द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप खरीदी करने के स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आर्द्रतामापी यंत्र से धान की नमी की जांच करने अधिकारियों को किसी भी प्रकार की अनियमितता न होने देने के निर्देश दिए।कलेक्टर श्री मिश्रा ने किसानों के लिए पेयजल, छाया एवं बैठने की सुविधाओं को और बेहतर बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि धान खरीदी राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसानों को बिना किसी बाधा और परेशानी के सभी सुविधाएँ उपलब्ध कराना हम सभी की जिम्मेदारी है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि खरीदी प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी रहे, टोकन वितरण से लेकर वजन प्रक्रिया तक शत-प्रतिशत शुचिता सुनिश्चित की जाए तथा किसी भी किसान को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
इसी तरह खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में धान उपार्जन कार्य जिले में 15 नवंबर से प्रारम्भ हुआ। इस वर्ष प्रशासन ने उपार्जन केंद्रों में अतिरिक्त संसाधन, ऑन-स्पॉट टोकन व्यवस्था, पानी-सामान से लेकर छाया-पंडाल जैसी बुनियादी सुविधाओं को और सुदृढ़ किया। किसानों की सुविधा के लिए मिलिंग, परिवहन और भुगतान प्रक्रिया को भी तेज किया गया, जिससे किसानों को उनकी मेहनत का मूल्य समयबद्ध तरीके से प्राप्त हो रहा है ।
कलेक्टर ने अवैध खरीदी, धान परिवहन, कोचियों एवं विचौलियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। इसके लिए उड़नदस्ता टीम गठित की गई है तथा जिले की सीमाओं पर चेक पोस्ट भी सक्रिय किए गए हैं। किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।”
किसानों को सबसे बड़ा लाभ बेहतर समर्थन मूल्य और समय पर भुगतान के रूप में मिल रहा है । किसानों का कहना रहा कि उपार्जन केंद्रों में व्यवस्था पहले की तुलना में अधिक सुचारू, तेज और पारदर्शी रही। समितियों द्वारा ऑनलाइन टोकन तथा एसएमएस आधारित सूचना प्रणाली से किसानों को काफी राहत मिली। इसके अलावा गुणवत्ता परीक्षण में भी पारदर्शिता सुनिश्चित की गई, जिससे विवादों में कमी आई और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल रहा है ।
धमतरी जिले के सभी 11 बैंक शाखा क्षेत्रों—धमतरी, नगरी, मगरलोड, कुरुद, भखारा, मरौद, सबलपुर, नारी, कोरी, दरबा और करेली—के माध्यम से किसानों को भुगतान प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही है।

