कलेक्टर ने छह दिव्यांग विद्यार्थियों को दिए स्मार्टफोन और ब्लूटूथ कीबोर्ड
डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में धमतरी जिला प्रशासन की सराहनीय पहल

धमतरी-जिले में दिव्यांगजनों को मुख्यधारा से जोड़ने और उन्हें डिजिटल शिक्षा से सशक्त बनाने की दिशा में धमतरी प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा ने अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित एक सरल एवं गरिमामय कार्यक्रम में छह दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को स्मार्टफोन और ब्लूटूथ कीबोर्ड वितरित किए। इस पहल का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को पढ़ाई, कौशल विकास और डिजिटल दुनिया से जोड़ना है।
कार्यक्रम में यह जानकारी दी गई कि दृष्टिबाधितों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने हेतु जिले में संचालित ‘ज्योतिर्गमय प्रोजेक्ट’ के अंतर्गत ये डिवाइस उपलब्ध कराए गए हैं। इस पहल में सक्षम टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन ‘सक्षम ’ तथा धमतरी निवासी दृष्टिबाधित सामाजिक कार्यकर्ता श्री अरविंद शर्मा का विशेष योगदान रहा। अरविंद शर्मा बीते कई वर्षों से दृष्टिबाधित बच्चों के लिए ब्रेल, डिजिटल लर्निंग और सहायक तकनीकों के माध्यम से उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। उनकी निरंतर कोशिशों से ही पीयूष निषाद, नेहा, सुहानी, दर्शना, दीपा और संदीप को यह डिजिटल उपकरण प्राप्त हो सके हैं।
डिजिटल शिक्षा की ओर बड़ा कदम कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों ने बच्चों को स्मार्टफोन और ब्लूटूथ कीबोर्ड के उपयोग, उनके फीचर्स और पढ़ाई में होने वाले लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
यह बताया गया कि इन डिवाइस के माध्यम से बच्चे ई-रीडर, स्क्रीन रीडर, ऑनलाइन क्लासेस, रिकॉर्डिंग लेक्चर और अन्य डिजिटल शिक्षण सामग्रियों का आसानी से उपयोग कर सकेंगे। इससे उनकी आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और सीखने की गति में सुधार होगा।इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर डॉ. कल्पना ध्रुव, डॉ. मनीषा पाण्डेय उप संचालक, समाज कल्याण सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे । कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य है कि हर दिव्यांग विद्यार्थी तक शिक्षा और तकनीक की समान पहुंच सुनिश्चित की जाए। उन्होंने आश्वस्त किया कि जिले में दिव्यांग हितार्थ और अधिक योजनाएँ तथा सहयोगात्मक प्रयास निरंतर जारी रहेंगे। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि डिजिटल उपकरण उनके भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।


