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दशको से कांग्रेस का दामन थाम पूर्व महापौर विजय देवांगन पार्टी की मजबूती के लिए समर्पण भाव से कर रहे कार्य

महापौर रहते धमतरी के विकास के लिए नहीं छोड़ी कोई कसर, बुनियादी सुविधाओं की बेहतरी के साथ ही विकास कार्यो को दी गति

कई बार रहे कांग्रेस से टिकट के प्रबल दावेदार, नहीं मिली टिकट फिर भी कभी नहीं हुए तेवर बगावती

धमतरी। कांग्रेस में कई नेता ऐसे है जो दशकों से पार्टी की सेवा में समर्पण भाव से जुटे हुए है। उनमें से एक नाम पूर्व महापौर विजय देवांगन भी शामिल है। श्री देवांगन लगभग 3 दशकों से भी अधिक समय से कांग्रेस पार्टी की सेवा कर रहे है। इस दौरान पार्टी ने उन्हें कई जवाबदारी संगठन में दी। महापौर बनाया और उनके समर्पण भाव को सराहा। उल्लेखनीय है कि श्री देवांगन पहली बार 1994 में पार्षद चुनाव लड़े जिसमें बहुमतो से विजयी हुए। फिर 1999 में दूसरी बार पार्षद चुनाव लड़े इस बार भी जनता ने उन्हें पलको पर बैठाया। फिर भारी मतों से जीत दर्ज किया। इसके बाद पार्टी में उनकी सक्रियता, जनहित के मुद्दों पर उनकी मुखरता, सेवा व समर्पण भाव को देखते हुए पार्टी ने उन्हें नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी। इस दौरान पूरे 5 साल उनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्षद दल ने नगर पालिका में मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाई। इस दौरान विजय देवांगन ने एक सशक्त नेता के रुप में जिले में छाप छोड़ी। इसके पूर्व भी श्री देवांगन युवा कांग्रेस में विभिन्न पदों पर रहे। इस दौरान भी पार्टी से युवाओं को जोड़ा, पार्टी की रीति-नीति को जन-जन तक पहुंचाया। इसके पश्चात वे जिला संगठन में भी उपाध्यक्ष व महामंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदो पर रहे। और पार्टी द्वारा दिये गये जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया। जो कि आज तक करते आ रहे है। पार्टी की सेवा व समर्पण भाव को देखते हुए 2019 में जब नगरीय निकाय चुनाव हुए तब कांग्रेस से धमतरी निकाय में पहली बार महापौर बनने का गौरव श्री देवांगन को मिला। इसके पश्चात विगत 5 सालों तक वे शहरवासियों को बेहतर तरीके से बुनियादी सुविधाएं मुहैय्या कराने के साथ ही शहर विकास को गति देते रहे। और सफलतापूर्वक अपना कार्यकाल पूरा किया। अपने कार्यकाल के दौरान पूर्व महापौर विजय देवांगन ने कई उपलब्धियां भी हासिल की।
ज्ञात हो कि पूर्व में कई मौके ऐसे आए जब विजय देवांगन नगर पालिका अध्यक्ष पद व विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के टिकट के प्रबल दावेदार रहे। इस दौरान उनकी टिकट लगभग पक्की मानी जा रही थी, लेकिन टिकट किसी और मिल गई इस दौरान भी उन्होने कभी पार्टी का दाम नहीं छोड़ा और सच्चे कांग्रेस के सिपाही के रुप में पार्टी की हित में कार्य करते रहे। कभी बगावती तेवर नहीं अपनाया। न ही कभी पार्टी के खिलाफ जाकर अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध बगावत कर चुनाव लड़ा। इसलिए आज भी पार्टी के समर्पित नेताओं में विजय देवांगन की गिनती होती है। सालो तक कांग्रेस प्रदेश में विपक्ष की भूमिका रही। इस दौरान पार्टी का झंडा वे उठाते रहे। आज भी वे कांग्रेस में पहले की तरह ही सक्रिय है।

Ashish Kumar Jain

Editor In Chief Sankalp Bharat News

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