श्री गणेश चतुर्थी के दिन अंतरराष्ट्रीय तैलिक दिवस मनाने की अपील
धमतरी. 19 सितम्बर मंगलवार को श्री गणेश चतुर्थी है चूंकि उस दिन भगवान गणेश का जन्म दिवस है उसी दिन पूरे भारत वर्ष क्या विदेश में रहने वाले हमारे भारतीय लोग गणेश स्थापना कर पूजा अर्चना कर 11वे दिन धूमधाम से विसर्जित करते है चूंकि गणेश जी के जन्म से सम्बंधित कहानी से पता चलता है कि माँ जगत जननी पार्वती, अपने निवास के बाहर, दरवाजे में अपने द्वारा शक्ति से सृजित बालक को पहरेदार के रूप में यह कह कर खड़ा किया, कि मेरे अनुमति के बगैर किसी को भी प्रवेश मत देना, तदोपरांत भगवान शिव आये अंदर प्रवेश करना चाहा , बालक प्रवेश नहीं दिया, जिससे क्रोधित होकर भगवान शिव उस बालक का सर काट दिया बाद में माता देखी तो रुदन करने लगी और जीवित करने विलाप करने लगी यह देख शिव जी अपने गण को यह कहकर भेजा की जो आपको पहले दिखे उस प्राणी का सिर काट कर लाना , फिर निकल पड़े शिव के गण और एक हाथी जो पहले दिखा उसका सिर काट कर लाये फिर उस बालक के सिर में हाथी का सिर लगा बालक को जीवित किया , वही बालक श्री गणेश गजानन कहलाया। अब बात आती है उस हाथी का क्या हुवा, जो एक व्यापारी की जीविका का साधन था, अब ओ व्यापारी रुदन करने लगा, फिर भगवान शिवजी प्रगट हुवे, और उस व्यापारी को एक यंत्र दिया जिससे वे अपनी जीविका चला सके, और ओ यंत्र कुछ नहीं वही घानी था, जिससे तेल पेरा जाता है, वह व्यापारी तेल पेर कर अपने जीवन चलाने लगा, और वही ब्यक्ति प्रथम तेली कहलाया इस से सिद्ध होता है की गणेश जी उत्तपत्ति और तेली की उत्तपत्ति एक ही दिन हुवा, मतलब हमारा आराध्य शिव पार्वती है और गणेश चतुर्थी के दिन तेली जाति की उत्तपत्ति हुई है इसलिए गणेश चतुर्थी के दिन अंतर्राष्ट्रीय तेली दिवस मनाने हेतु आप सब से निवेदन है कि आप सब पदाधिकारी जिस स्तर में हो शुरुवात करे, सामाजिक भवन में गणेश जी की प्रतिमा ,मूर्ति लगा कर या अपने घर मे भी श्री गणेश जी की मूर्ति स्थापना कर, श्री गणेश चतुर्थी को अंतरराष्ट्रीय तैलिक दिवस मनाये ऐसा निवेदन है इसकी शुरुवात धमतरी जिला मे 11 सितम्बर 2021 को प्रो. घनाराम साहू के मार्गदर्शन मे एक गोष्ठी मे किया था। उक्त जानकारी दयाराम साहू पूर्व जिला अध्यक्ष धमतरी महामंत्री छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ ने दी है।