बिना मुसाफिरी व जानकारी दर्ज कर रह रहे हैं कई किराएदार, कर रहे अन्य प्रदेशों के लोग जिले में व्यवसाय
थाने में मुसाफिरी दर्ज कराने मकान मालिक नहीं दिखाते जागरूकता, जांच कार्रवाई की दरकार
धमतरी। शहर सही जिले भर में चोरी सहित अन्य कई अपराध होते रहते हैं इन अपराधों में कई बार बाहरी लोगों का हाथ होता है और पुलिस के पास इनका रिकॉर्ड नहीं होने के करण इनको पकडऩा बड़ा मुश्किल हो जाता है इसलिए सभी बाहरी लोगों किरायेदारों के लिए थाने में पूरी डिटेल के साथ सूचना देना अनिवार्य है विडम्बना है कि इस अनिवार्यता का पालन करने लोग रुचि नहीं दिखाते। शहर में इसी माह अब तक पांच चोरियां हो चुकी है ग्रामीण क्षेत्रों में भी कुछ चोरियां हुई है इसमें पुलिस को सफलता नहीं मिल पाई है। सामान्यत: पुलिस स्थानीय आदतन चोरों को पहले से जानती है पुलिस के पास उनके अपराधो, कारनामों की फाइल होती है। अपराधी किस्म के आधार पर आदतन अपराधियों की गतिविधियों आदि की जानकारी जुटाकर संदेह के आधार पर उठाकर पूछताछ करती है और वह अपराध कबूल कर लेते हैं लेकिन जब यही अपराध कोई बाहरी व्यक्ति करें और पुलिस के पास उक्त व्यक्ति की कोई जानकारी ना हो और तो और थाने में उनकी जानकारी भी उपलब्ध न कराया गया हो तो पुलिस ढूंढते रह जाती है कई बार फुटेज में आधा अधूरा या धुंधला फोटो देखने के बाद अभी अजनबियों की फाइल से फोटो मिलान किया जाता है लेकिन जानकारी, फोटो नहीं होने के कारण पुलिस की मेहनत बढ़ जाती है इसलिए सभी किरायादारो की सूची पूरी जानकारी के साथ निर्धारित फार्म के रूप में थाने में जमा करना आवश्यक है लेकिन पुलिस के बार-बार अपील के बाद भी लोग इस ओर जागरूकता का परिचय नहीं देते हैं वहीं कुछ ऐसे अजनबी लोग भी शहर में विचरण करते रहते हैं जो की कहीं किराए पर मकान लेकर नहीं ठहरते सूने मकानों दुकानों के आसपास रात गुजारते हैं या कुछ समय के लिए शहर में आते हैं भिक्षा मांग कर, धार्मिक आयोजनों के नाम पर चंदा मांग कर, फेरी अन्य फूटकर व्यवसाय करने वाले होते हैं। अब ऐसे लोगों द्वारा अपराध को अंजाम दिया जाए तो पुलिस के लिए इन तक पहुंचाना और उनकी पहचान करना बहुत मुश्किल हो जाता है इसलिए ऐसे लोगों की जांच पड़ताल कर इनकी मुसाफिरी की जांच होनी चाहिए।
बता दे की पूर्व में शहर में कई अपराध घटित हुए हैं जिसमें बाहरी लोगों का हाथ था और कई अपराध ऐसे भी है जिनका सालों बाद भी खुलासा पुलिस नहीं कर पाई चर्चा होते रहती है कि हो सकता है इनमें से भी कई अपराध में बाहरी लोगों का हाथ हो जो कि अपराध के बाद यहां से फरार हो गए हों।
”बाहरी लोगो की पड़ताल पुलिस द्वारा की जाती है। लेकिन लोगो में बाहरी किरायादारो की जानकारी थाने में जमा कराने में जागरुकता की कमी है। पुलिस द्वारा बार-बार अपील के बाद भी किरायादारों की जानकारी जमा नहीं कराया जाता। पुलिस इस दिशा में अभियान चलाएगी। ÓÓ
मधुलिका सिंह
एएसपी, जिला धमतरी।
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