कलीराम चंद्राकार पब्लिक स्कूल कुरूद के छात्रो ने जंगल सफारी का भ्रमण कर हुए गदगद
मूलचंद सिन्हा
कुरुद। कलीराम चंद्राकार पब्लिक स्कूल कुरूद के छात्र-छात्राओं को विद्यालय प्रबंधन द्वारा शैक्षणिक भ्रमण के तहत छत्तीसगढ के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थानों में से एक जंगल सफारी का भ्रमण कराया गया। जहां बच्चों ने शिक्षकों के मार्गदर्शन में प्राकृतिक मनमोहक वातावरण, वन्य जीवों को देखा और उनकी जिंदगी से जुड़ी बातों का बहुत ही करीब से अध्ययन किया। इस पर्यटन स्थल में बच्चों ने शाकाहारी, मांसाहारी आदि विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों, जीव-जंतुओं का दर्शन करते हुए उनके जीवन से जुड़ी विभिन्न जानकारी प्राप्त की। शिक्षकों ने बच्चों को भ्रमण के दौरान बताया कि छत्तीसगढ़ में अनेक पर्यटन स्थल है जो बहुत प्रसिद्ध है लेकिन रायपुर का जंगल सफारी पूरे एशिया में एक मात्र ऐसा सफारी है जो इंसानों द्वारा बनाया गया है। सबसे कमाल की बात यह है कि इसे शहर के बीचों-बीच बसाया गया है। जंगल सफारी नया रायपुर, खंडवा ग्राम के नज़दीक नया रायपुर के बीच में स्थित है जो 800 एकड़ में फैला हुआ है, यह एशिया का एक मात्र मानव निर्मित जंगल सफारी है इसकी लागत लगभग 200 करोड़ रुपए है। जंगल सफारी रायपुर में कई तरह के जानवर और वनस्पति है साथ ही यहां 130 एकड़ में खंडवा जलाशय है जो प्रवासियों परिंदो को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां रॉयल बंगाल टाइगर, व्हाइट टाइगर, एशियन लायन, नीलगाय, काला हिरण, घडिय़ाल और अन्य वन्य जीवों को पर्यटक आसानी से देख सकते हैं। प्राचार्य मंजीता ठाकुर ने बताया कि जंगल सफारी प्रकृति की गोद में बसा है। यह प्रकृति का अनूठा उदाहरण है। यहां लगभग सभी प्रकार के जीव-जंतुओं का स्थल है। प्रकृति के अद्भुत नजारे यहां की अनूठी परंपरा को समेटे हुए हैं। हम सभी को इनसे अपने जीवन में एकजुटता और सरलता का संदेश ग्रहण करना होगा साथ ही जीव-जंतुओं के प्रति आत्मीयता और सहयोग भाव को जीवन में अपनाना होगा। इस दौरान वरिष्ठ शिक्षक हेमंत सोनी, अश्वन सिन्हा, केएन यादव, रेखा सिन्हा, एचएल लहरे, बीपी यादव, वाणी चंद्राकर, हेमंत साहू, मुकेश कश्यप, नेमुराम पटेल, त्रिलोक साहू, राकेश यादव, मधु साहू, सजल चंद्राकर, अर्जुन सिन्हा, विनिता अहिरवार, श्वेता सिंह, दुर्गेश साहू, मुकेश कश्यप सहित शिक्षक, स्टॉफ, विद्यार्थी शामिल रहे।