श्री गायत्री आयुष आरोग्यम(आयुष) पॉली क्लीनिक के सफलता पूर्वक10 वर्ष पूर्ण होने पर नई शाखा चित्रा आरोग्यम रायपुर की शुरुवात
धमतरी आयुर्वेद, पंचकर्म, क्षारसूत्र, योग व प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से लोगों की सेवा देने को अपने जीवन लक्ष्य बनाकर एक छोटे से किराए की दुकान में डॉ दिनेश नाग और पत्नी डॉ चित्रा नाग ने 10 वर्ष पूर्व 24 नवम्बर2013 को अपने चिकित्सालय की शुरूआत की जब इन सब चिकित्सा पद्धति के बारे में लोगो मे जागरूकता का अभाव था और उसके बारे में लोग अनजान थे और जो जानते थे उनमें विश्वास की कमी थी, साथ ही यह चिकित्सा सुविधा बड़े महानगरों में ही था , तब धमतरी जैसे स्थान में इसको चलाना अपने आप मे एक बहुत बड़ा चैलेंज था,विपरीत परिस्थितियों में और अल्प संसाधन में दृढ़ इच्छा शक्ति से दोनों ने मिलकर यह संस्थान की शुरुआत की जो कि आज यह इस अंचल में अपना विशेष पहचान बना चुका है ,अपने स्वयं की चिकित्सालय में परिवर्तित हो चुका है जंहा सिर्फ1 सहकर्मी था वंहा अब 15 सदस्यों की टीम बन चुकी है और निरंतर इस क्षेत्र में सेवाएं दे रहे है ,आयुर्वेद पंचकर्म क्षारसूत्र योग और प्राकृतिक चिकित्सा के लोगों में अब विश्वास बढ़ा है अब तक 50 हजार से ज्यादा लोगों ने इस के लाभ को लिया और अपने जीवन मे अपनाया है , निरंतर इस क्षेत्र में जागरूकता हेतु 200 से ज्यादा निःशुल्क शिविर भी लगा चुके है
नए पुराने रोगों में आयुर्वेद चिकित्सा, पुराने व जटिल रोगों व शरीर शोधन हेतु पंचकर्म चिकित्सा,बगैर ओषधि के मिट्टी पानी धूप हवा से प्राकृतिक चिकित्सा, गुदा द्वार के रोगों बवासीर फिशर भगन्दर हेतु क्षारसूत्र चिकित्सा, समग्र शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य हेतु योग,बच्चों के रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु और शारारिक विकास हेतु स्वर्ण प्राशन और ग्रीन ब्लड ताजे ज्वारा गिलोय, नीम, तुलशी, एलोवेरा गुड़मार के लिए यह संस्थान अपनी अलग पहचान बना चुका है,2021 भीषण महामारी कोरोना के समय लोगो को आयुर्वेद चिकित्सा, आयुष काढ़ा सुविधा उपलब्ध करते हुए भीषण चपेट में आये चिकित्सक दंपति ने संघर्ष के बाद डॉ चित्रा के निधन के पश्चात डॉ दिनेश गंभीर डिप्रेशन के शिकार हो गए थे, लेकिन अपने पुत्र वासुदेव नाग एवं पूरे परिवार से सपोर्ट सहयोग से फिर यह सफर चालू हो गया और डॉ चित्रा की याद में अपने दोनों चिकित्सालय में प्रत्येक माह के 9 एवं 24 तारीख को वरिष्ठ नागरिकों के लिए निःशुल्क परामर्श व औषधि वितरण किया जाता है , इस चिकित्सालय को स्थापित करने में डॉ चित्रा नाग के योगदान को कभी भुलाया नही जा सकता इसीलिए उनकी स्मृति को अक्षुण बनाये रखने हेतु डॉ चित्रा की प्रतिमा चिकित्सालय परिसर में उनकी पहली पुण्य तिथि में स्थापित किया गया.10 वर्ष पूर्ण होने के साथ लोगो की मांग के अनुसार कार्य विस्तार कर नई शाखा रायपुर में डॉ चित्रा नाग के नाम से चित्रा आरोग्यम का शुभारंभ शंकराचार्य आश्रम रायपुर के प्रभारी डॉ इंदुभवानन्द ब्रम्हचारी के मुख्य आतिथ्य व डॉ सुनील दास संयुक्त संचालक आयुष छत्तीसगढ़ शाशन, योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, सचिव एम एल पांडेय, राजकुमार धीवर अध्यक्ष धीवर समाज परिक्षेत्र रायपुर ,डॉ भगवंत सिंह पूर्व विभागध्यक्ष योग एवम दर्शन रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर के विशेष उपस्थिति में हुआ, सभी ने इस संस्थान के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी