कृषि विभाग ने धान का रकबा किया शून्य फिर भी किसानों ले रहे हजारो हेक्टेयर में धान की फसल
फसल चक्र परिवर्तन को लेकर गंभीर नहीं है किसान, सिंचाई हेतु बांध से पानी नहीं मिलने के बाद भी किसान ले रहे धान की फसल
दलहन तिलहन की अपेक्षा कंही अधिक पानी की आवश्यकता होती है धान फसल की सिंचाई में, साधन वाले किसान ही ले पायेंगे फसल
धमतरी । कृषि विभाग द्वारा रबी वर्ष 2023-24 में फसल बुआई का प्रास्तावित लक्ष्य जारी किया था जिसमें धान फसल का रकबा शून्य रखा गया था। फसल चक्र परिवर्तन हेतु किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा था। लेकिन इसका असर कम ही नजर आ रहा है। रकबा शून्य करने के बाद भी इस बार रबी फसल के रुप में जिले में लगभग 12 हजार से अधिक हेक्टेयर में धान की फसल ली जा रही है। बुआई के बाद बोनी अंतिम दौर में है। बता दे कि इस साल नहर मरम्मत व बांधो में पानी की कमी के चलते निर्णय लिया गया है कि किसानों को रबी फसल के सिंचाई हेतु पानी नहीं दिया जायेगा। इससे माना जा रहा था कि किसान इस बार रबी सीजन में धान की फसल नहीं लेंगे। दरअसल धान की फसल लेने में पानी की आवश्यकता ज्यादा होता है। वहीं अन्य फसल जैसे दलहन तिलहन में पानी की खपत कम होती है। चूंकि बांधो से नहर के माध्यम से भी पानी नहीं दिया जाएगा ऐसे में धान का रकबा और घटना था लेकिन इसका असर नहीं हुआ। बता दे कि जिले में कई किसान सिंचाई साधन सम्पन्न है। किसानों द्वारा सिंचाई हेतु खेतो में बोर करवाया गया है। उक्त किसानों द्वारा धान की फसल ली जायेगी। लेकिन गर्मी के मौसम में जल स्तर 22 मीटर तक नीचे चला जाता है। ऐसे में यदि खेतो में लगे बोर सूखने या हांफने लगे तो धान फसल पर खतरा मंडरा सकता है।
मिल रही जानकारी के अनुसर सिंचाई सम्पन्न क्षेत्र कलारतराई, खरेंगा, कोलियारी, खरतुली, शंकरदाह, अमेठी, मुजगहन, लोहरसी आदि क्षेत्रो में धान की फसल ज्यादा ली जा रही है। गत रबी सीजन में कुल 50.790 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई थी। जिसमें 32.460 हेक्टेयर में अनाज, 15.600 हजार हेक्टेयर में दलहन तिलहन और 2.030 हजार हेक्टेयर में तिलहन की खेती की गई थी। लेकिन गिरते जल स्तर को देखते हुए इस बार 23.750 हजार हेक्टेयर में बोनी का लक्ष्य बनाया है। इसमें अनाज का रकबा घटाकर 1.750 हजार, हेक्टेयर, 18.350 हजार हेक्टेयर दलहन तथा 2.800 हजार हेक्टेयर तिलहन के बोनी का कार्यक्रम तय किया गया है। लेकिन किसानों ने ज्यादातर धान की फसल को तवज्जो दिया है।