बेमौसम बारिश से तापमान में आई गिरावट, किसनो को सता रही नुकसान की आशंका
तेज हवाओं से विद्युत उपकरण हुए क्षतिग्रस्त, सप्लाई हुओ बाधित
धमतरी । विगत चार-पांच दिनों से मौसम में बदलाव आया है। जिससे गर्मी से लोगो को राहत मिल रही है। लेकिन कुछ स्थानों पर बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि आफत का कारण भी बन रही है। आज सुबह से रुक रुक कर बारिश होती रही। जिससे जनजीवन भी प्रभावित हुआ। गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश के चलते किसानों के फसल को भारी नुकसान हुआ है। कई जगह रबी धान फसल चटाई की तरह खेतों में बिछ गए है। ओलावृष्टि से खेतों में रखे चना फसल के अलावा उड़द, मसूर, गेंहू व साग सब्जी फसल को काफी नुकसान हुआ है। हालांकि 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान वाले किसानों को फसल क्षतिपूर्ति राशि प्रदान कराने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन 33 प्रतिशत से कम नुकसान वाले किसानों को किसी प्रकार की राहत नहीं है। बेमौसम बारिश के कारण साग-सब्जी व दलहन तिलहन फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। वर्तमान में रबी धान फसल में बालियां आ चुकी है। कुछ क्षेत्रों में दानें पकने की स्थिति में है। बेमौसम बारिश व तेज हवाओं के चलने से आम फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। आम के फल छोटे व कच्चे हालत में ही पेड़ों से गिर रहे हैं। कृषि एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा नुकसान का आंकलन करने सर्वे शुरू कर दिया गया है। पिछले दो दिन में धमतरी जिले में कुल 127.2 मिमी बारिश रिकार्ड किया गया है। वहीं आज भी वर्षा हो रही है जिससे आकड़ा बढ़ेगा।
तेज हवा के चलते विद्युत व्यवस्था कुछ स्थानों पर चरमरा गई है अंधड़ का प्रभाव नगरी क्षेत्र में ज्यादा था, यहां जगह-जगह तार टूटकर गिर गये तथा कई स्थानों पर पेड़ व डंगाल गिरने से लाइन क्षतिग्रस्त हो गई, कुल 32 गांवों में विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी। सुधार कार्य में विद्युत वितरण कंपनी की करीब 10 टीम जुटी हुई थी, तीन दिन की मेहनत के बाद सभी गांवों में विद्युत व्यवस्था बहाल कर लिया गया है। नगरी क्षेत्र में गांव अधिक दूरी पर है। इसलिए सुधार कार्य में समय लगा। धमतरी संभाग के कार्यपाल अभियंता विकेश कुमार शर्मा ने बताया कि तेज अंधड़ व बारिश के बाद लाइन क्षतिग्रस्त की काफी शिकायत आई थी। पांच उपसंभाग के अभियंताओं एवं तकनीकी कर्मचारियों के साथ किये गये समन्वित प्रयासों से तत्काल लाइनों के सुधार का कार्य आरंभ किया गया था, अब सभी गांवों सुधार कार्य हो गया है।