जिसकी रक्षा स्वयं भगवान करते है उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता – संत लोकेश
श्री प्रेम प्रकाश आश्रम में चालीहा महोत्सव के तहत हो रहे रोजाना विविध आयोजन
धमतरी। श्री प्रेम प्रकाश मण्डल के आचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊँराम जी महाराज के पंचम पीठाधीश्वर जो वर्तमान में मण्डल की बागडोर का सुचारु रूप से संचालन कर रहे है मण्डल की स्थापना के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु कार्यरत हैं उनके द्वारा रचित भजन को चालीसा महोत्सव के पांचवें दिन प्रेम प्रकाश आश्रम धमतरी में बड़ी संख्या में उपस्थित गुरु भक्तों के साथ आश्रम के संत लोकेश जी ने बड़े ही मधुर सुर-ताल में गाया। इस भजन में गुरु महाराज जी ने राखे राम तो मारे कौन को अनेक दृष्टांत देकर सिद्ध किया है कि जिसकी रक्षा स्वयं भगवान करता है उसका कोई भी बाल बांका नहीं कर सकता है इस भजन में भक्त प्रहलाद, मीरा, के दृष्टांत, एवं मगरमच्छ से हाथी की रक्षा का उदाहरण देते हुए बताया है कि कैसे प्रभु ने इनकी रक्षा की साथ ही यह भी बताया है कि आचार्य जी भी जब भक्ति में लीन थे तब उनके ऊपर भी जो अनेक विपदाएं आईं उनसे भगवान ने लक्ष्मीनारायण के रुप में रक्षा की एवं जंगल में भूखे प्यासे रहकर तपती रेत पर ध्यान करने में सुगमता प्रदान की।
उनकी ही शक्ति के प्रताप से आचार्य जी आज अपने शरण में आए सभी भक्तों का भला कर रहे हैं उनके दु:ख दर्द का निवारण कर रहे हैं एवं आत्म दर्शन के लिए प्रेरित कर नाम दान दे मनुष्य जन्म को सफल करने की युक्ति बता निहाल कर रहे हैं। आज चालीसा महोत्सव के पांचवे दिन के चालीसा पाठ के कार्यक्रम का आयोजन स्व. परचोमल के सुपुत्र किशोर कुमार एवं राजेश कुमार के परिवार के द्वारा किया गया