हर मोर्चे पर सीएम साय सरकार चलाने में हो रहे नाकाम- भूपेश बघेल
सरकार के खिलाफ आम जनता में आक्रोश है - दीपक बैज

24 जुलाई को विधानसभा घेराव कार्यक्रम के तैयारियों के संबंध पूर्व सीएम व पीसीसी अध्यक्ष ने ली कांग्रेसियों की बैठक
धमतरी। 24 जुलाई को रायपुर में विधानसभा घेराव कार्यक्रम की तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज व पूर्व सीएम भूपेश बघेल धमतरी पहुंचे। इस दौरान राजीव भवन में कार्यकर्ताओं की बैठक ली। श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद अराजकता की स्थिति निर्मित हो गई है। सबसे ज्यादा अपराध गृहमंत्री के जिले में हो रहे है। स्वास्थ्य का हाल इतना बुरा हो गया कि लोगो की जान जा रही है। शिक्षा व्यवस्था भी बिगड़ गई है। सरकार चलाने में सीएम साय नाकाम साबित हो रहे है। प्रदेश में साय साय सिर्फ बिजली का बिल बढ़ रहा है, कटौती भी साय साय हो रही है। महतारी वंदन की राशि के नाम पर महिलाओं को छला गया है।

प्रदेश में सिर्फ 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन की राशि देकर बाकी महिलाओं के साथ भाजपा ने धोखा दिया है। पूर्व सीएम ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून, स्वास्थ्य व शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतर गई है। यहां अपराधियों का बोलबाला है। मलेरिया व उल्टी दस्त से 6 माह में सैकड़ों मौते हो गई जबकि कांग्रेस सरकार के पांच साल में मलेरिया व उल्टी दस्त से किसी की जान नहीं गई। आत्मानंद इंग्लिश स्कूलों में व्यवस्था इतनी बेहतर की गई थी कि पालक निजी स्कूलों से बच्चों को निकालकर सरकारी स्कूल में भर्ती करते थे, भाजपा सरकार ने आत्मानंद स्कूलों का नाम बदलकर पीएमश्री स्कूल कर दिया, अब वहां व्यवस्था बिगड़ गई है। आदिवासियों को झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहद लचर है। इसके खिलाफ 24 जुलाई को रायपुर में सबसे बड़ा आंदोलन किया जाएगा। आम जनता में सरकार के खिलाफ आक्रोश है। लोगो की आवाज को कांग्रेस विधायक सदन में उठायेंगे वहीं संगठन के द्वारा सड़क पर प्रदर्शन कर सरकार को कानून व्यवस्था पर ध्यान देने बाध्य किया जाएगा। 8 माह के कार्यकाल में ही सरकार ने इतने मुद्दे किये है कि माह के 30 दिन भी अलग अलग मुद्दों पर प्रदर्शन करने कम पड़ जाएंगे, प्रमुख मुद्दों पर पुरजोर तरीके से प्रदर्शन किया जाएगा। सरकार के खिलाफ विपक्ष की भूमिका आक्रमक रवैये के साथ निभाई जाएगी। इस अवसर पर विधायक अंबिका मरकाम, ओंकार साहू, जिलाध्यक्ष शरद लोहाना, महापौर विजय देवांगन, जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी, मोहन लालवानी, नीशू चंद्राकर, विजय देवांगन, पंकज महावर, आनंद पवार, शाहीद खान, विनोद तिवारी, नीलम चंद्राकर, तारिणी चंद्राकर, शारदा साहू, तपन चंद्राकर, राजकुमारी दीवान, अनुराग मसीह, पवन लिखी, नरेश जसूजा, सलीम रोकडिय़ा, आलोक जाधव, अवैश हाशमी, आकाश गोलछा, मनोज साहू, होरीलाल साहू, मीना बंजारे, सूर्यप्रभा चेटियार, शास्त्री सोनवानी, विक्रांत शर्मा, योगेश लाल, राहुल बख्तानी, गौतम वाधवानी, सोमेश मेश्राम आदि मौजूद थे।

प्रदेश अध्यक्ष पूर्व सीएम के बीच सामने आई कांग्रेसियों की आपसी कलह
राजीव भवन में आयोजित बैठक में कुछ कांग्रेस नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए। पूर्व जिलाध्यक्ष मोहन लालवानी ने कहा कि कुछ बड़े नेता जो बड़े पदो पर बैठे सत्ता का लाभ भी ले चुके है लेकिन संगठन का सहयोग करने की बारी आती है तो पीछे हट जाते है। विधानसभा चुनाव के पहले संकल्प शिविर में दावेदारों ने पार्टी फंड में राशि देने की बात कही थी लेकिन जब टिकटी कटी तो राशि देने से साफ इंकार कर दिया। संगठन तभी मजबूत होगा जब सभी साथ देंगे। इस दौरान कुछ कांग्रेसियों ने नाराजगी जताते हुए खड़े होकर कहा कि दूसरों पर आरोप लगाने की बजाए खुद की ओर झांकना चाहिए। 5 साल तक संगठन को प्राइवेट लिमिटेड बना दिया गया था। कार्यकर्ताओं की पूछपरख करने की बजाए रेत खदानों को तवज्जों दी जाती थी, शहर के सभी वार्डो में कांग्रेस पिछड़ गई। ऐसे कई कारणों की समीक्षा संगठन के नेताओं से करनी चाहिए। पीसीसी अध्यक्ष ने नाराज कार्यकर्ताओं से अकेले में चर्चा करने की बात कही। तब जाकर कांग्रेसी शांत हुए।


