सुविख्यात भजन गायिका मैथिली ठाकुर के भजनो से झूमे लोग
अजय फाउंडेशन कुरूद द्वारा शरद पूर्णिमा पर कुरूद में हुआ भजन संध्या का आयोजन
ऐसे पालक धन्य है जो अपने बच्चों के अंदर संस्कार पल्लवित करते है – अजय चन्द्राकर
कुरुद। अजय फाउंडेशन कुरूद के तत्वाधान में भारत की सुविख्यात भजन गायिका मैथिली ठाकुर की भजन संध्या आयोजित की गई। शरद पूर्णिमा के अवसर पर भारत सरकार से पुरस्कृत प्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फाउंडेशन के संरक्षक एवं विधायक अजय चंद्राकर थे। उन्होंने कहा कि अजय फाउंडेशन के इस परिसर का शुभारंभ तुलसी जयंती के अवसर पर कृष्ण जी शास्त्री के भजन कार्यक्रम से हुआ था तभी से युवाओं को यहां पर आधुनिक पुस्तकालय, वाईफाई जोन, ओपन जिम और वॉकिंग टीम जैसी सुविधाएं मिल रही है। इसी कड़ी में भारतीय सनातन संस्कृति को पूरे विश्व में फैलने वाली मैथिली ठाकुर का आगमन कुरूद नगर में हुआ। श्री चंद्राकर ने कहा कि संस्कार सबसे बड़ी चीज है उन्होंने मैथिली ठाकुर के माता-पिता के संस्कारों को नमन करते हुए कहा कि ऐसे पालक धन्य है जो अपने बच्चों के अंदर ऐसे संस्कार पल्लवित करते है जो अपने देश की सनातन संस्कृतियों और परंपराओं को दुनिया के सामने लाने में प्रमुख चेहरे बनते हैं। इस कार्यक्रम में मैथिली ठाकुर सभी संगीत प्रेमियों को श्रीराम और कृष्ण का भजन सुना कर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। राम आएंगे मेरे भाग्य जाग जाएंगे, राधा कृष्णा की जोड़ी अलौकिक, और राम नारायण जानकी वल्लम और श्री शिवाय नमस्तुभ्यं जैसे अद्भुत भजनों की प्रस्तुति देते हुए सारे के सारे श्रोताओं को अयोध्या और काशी के दर्शन करा दिए। तो वही शरद पूर्णिमा की रात, अजय एजुकेशन एंड हेल्थ फाउंडेशन के परिसर में चंद्रमा की रोशनी में भजन और मीठी खीर का संगम एक अनोखा अनुभव था। इस कार्यक्रम ने सभी को एकत्रित किया और एक अद्भुत आध्यात्मिक माहौल उत्पन्न किया। कार्यक्रम में नगर सहित ग्रामीण अंचल के धर्म प्रेमी उपस्थित होकर लुफ्त उठाया। आभार प्रदर्शन पूर्व नपं अध्यक्ष ज्योति चन्द्राकर ने किया। इस अवसर पर एलपी गोस्वामी, राहुल महावर, अनिल चन्द्राकर, सुभाष, सुनिल अग्रवाल, योगेश चन्द्राकर, मनीष अग्रवाल, लक्ष्मीकांत साहू, शुभम बैस, पावस चंद्राकर, भारती पंचायन, अनुशासन आमदे अभिषेक बैस, इमरान बेग, शिखर चन्द्राकर प्रसन्ना नायडू, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।