दीपावली पर्व मनाने के पश्चात लौट रहे लोग, बसो में बढ़ी भीड़
महिला, बच्चों व बुजुर्गो को बसो में सीट पाने करनी पड़ रही मशक्कत
धमतरी। दीपावली पर्व के चलते लक्ष्मी पूजन की शाम से यात्री बसों का संचालन बंद हुआ था जो कि भाईदूज की सुबह से पुन: प्रारंभ हुआ। इसके बाद भी सभी बसे सड़को पर लौट नहीं पाई। जिसके चलते यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है। बता दे कि दीपावली पर्व मनाने लोग घर पहुंचते है पर्व समाप्ति के पश्चात पुन: अपने कार्य स्थल व वर्तमान निवास स्थल पहुंचने के लिए लौटने लगे है। जिसके चलते बसो में भीड़ बढ़ी हुई है। भीड़ बढऩे के साथ ही पर्याप्त बसे यात्रियों को नहीं मिल रही है। बताया जा रहा है। दीपावली के बाद अधिकांश लोगो को द्वारा घूमने हेतु छोटी व बड़ी वाहनों को बुक कराया गया है। जिसके चलते भी कुछ बसों की संख्या कम हो गई है। जिसके चलते भी बसो में भीड़ बढ़ी है। कल सोमवार व आज मंगलवार को भी बस स्टैण्ड में यात्रियों की संख्या ज्यादा रही है। बसो में सीट पाने यात्रियों को मशक्कत करनी पड़ी। सबसे ज्यादा परेशानी महिला, बच्चों व बुजुर्गो को हुई जिन्हें बसो में सीट मुश्किल से मिल पा रही थी। वैसे तो बसो महिला सीट आरक्षित रखने का प्रावधान है लेकिन इसका पालन जिले में होता नही है।
ज्ञात हो कि धमतरी जिले से रोजाना 250 से 300 बसो का आवागमन होता है जो कि धमतरी जिले रायपुर बस्तर, राजनादगंव, बालोद, नगरी, सिहावा, मगरलोड, भखारा, गरियाबंद, दुर्ग, भिलाई, अंतागढ़, भानूप्रतापपुर, आदि स्थानो के लिए चलती है।
जितनी परमिट उतनी बसे नहीं
बता दे कि परिवहन विभाग द्वारा थोक में परमिट जारी किया गया है। कुछ मिनटो के अंतराल में ही रायपुर व जगदलपुर रुट पर बसों के लिए परमिट जारी किया गया है लेकिन इनमें से कई बसों सड़को पर दौड़ती नहीं है। ऐसा भी होता है जिन बसों के नाम से परमिट होता है उनके स्थान पर दूसरों बसो को भी दौड़ाया जाता है। परमिट के अनुसार बसों का संचालन नहीं होने से सीजन के मौके पर यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है।