घर-घर हुई तुलसी पूजा, कराई गई माता तुलसी व शालिग्राम का विवाह
धमतरी। देवउठनी पर्व पर माता तुलसी एवं भगवान शालिग्राम का परंपरागत ढंग से विवाह रचाया। देवउठनी पर्व पर माता तुलसी एवं भगवान शालिग्राम के पूजा का विधान है। इससे घर में सुख शांति समृद्धि के साथ हमेशा खुशहाली बनी रहती है। देवउठनी पर्व पर सामूहिक पूजा का आयोजन हाउसिंग बोर्ड कालोनी में किया गया। इसके तहत गन्ने का मंडप सजाकर माता तुलसी एवं भगवान शालिग्राम की पूजा उपरांत परंपरागत ढंग से विवाह रचाया गया। पश्चात प्रसादी वितरण किया गया। देवउठनी पर्व पर इस बार छह योगों के विशेष संयोग बना। इससे लोगो का उत्साह दोगुना हो गया।
देवउठनी पर्व के दिन को भी नये कार्य की शुरुआत एवं खरीददारी के लिए बेहद शुभ माना गया है। यही वजह है कि सराफा, इलेक्ट्रानिक, मोबाइल, बर्तन, कपड़ा, वाहन शोरुम, पटाखा, होटल सहित अन्य दुकानों में अच्छी ग्राहकी नजर आई। घरों को पारंपरिक मिट्टी के दिये से रोशन करने उक्त दिये सहित अन्य की अच्छी खरीदी हुई। साथ ही फूल, पूजन सामाग्री सहित पर्व में उपयोगी अन्य सामाग्रियों की भी अच्छी मांग रही। दीपावली में छुटे हुए गौवंश को वे देवउठनी में सोहाई बांधते है। इसके तहत ऐसे यादव बंधु मवेशी मालिको के घर-घर दस्तक दे गौवंश को सोहाई बांधा गया। बदले में मवेशी मालिको ने यादव बंधुओं को धान, चांवल, कपड़ा एवं नगद राशि भेंट की।