आयुक्त प्रिया गोयल ने निरीक्षण कर दिया जल शुद्धिकरण संयंत्र के कार्यों में गुणवत्ता पर जोर
9 एमएलडी फिल्टर प्लांट का सिविल वर्क दिसंबर तक पूरा करने का दिया अल्टीमेटम, गुणवत्ताहीन कार्य पर होगी सख्त कार्रवाई
प्लांट में कार्य कर रहे कर्मचारियो साथ खुला संवाद, बेहतर कार्य करने के लिए दी शुभकामनाएं
धमतरी। नगर निगम आयुक्त श्रीमती प्रिया गोयल ने शनिवार को महिमा सागर वार्ड स्थित वाटर फिल्टर प्लांट का निरीक्षण कर कार्यों की बारीकी से समीक्षा की। उनके इस दौरे का उद्देश्य शहरवासियों को स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण जल आपूर्ति सुनिश्चित करना था। आयुक्त ने न केवल मौजूदा संचालन का गहनता से निरीक्षण किया, बल्कि कर्मचारियों और अधिकारियों को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित भी किया। आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान प्लांट में मौजूद उपकरणों, पानी की शुद्धिकरण प्रक्रिया और जल भंडारण व्यवस्थाओं की बारीकी से जांच की। उन्होंने प्रत्येक कार्य को गंभीरता से परखा और यह सुनिश्चित किया कि जल शुद्धिकरण की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों से सीधा संवाद किया और उनके कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्हें बेहतर प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। आयुक्त ने स्पष्ट रूप से कहा कि अच्छे कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
9 एमएलडी फिल्टर प्लांट पर फोकस
प्रिया गोयल ने 9 एमएलडी निर्माणाधीन फिल्टर प्लांट का विशेष रूप से निरीक्षण किया। यह प्लांट धमतरी की जल समस्याओं को स्थायी समाधान प्रदान करने की दृष्टि से बनाया जा रहा है। उन्होंने निर्माणाधीन कार्यों की गति और गुणवत्ता का मूल्यांकन किया और अधिकारियों को सिविल वर्क दिसंबर 2024 तक पूरा करने का स्पष्ट निर्देश दिया। आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान बार-बार इस बात पर जोर दिया कि जल आपूर्ति के हर चरण में उच्चतम गुणवत्ता बनाए रखना आवश्यक है।
वर्तमान और भविष्य की योजनाएं
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने न केवल मौजूदा कार्यों की समीक्षा की, बल्कि भविष्य की योजनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रशासन का लक्ष्य है कि अगले कुछ वर्षों में धमतरी की जल आपूर्ति प्रणाली को प्रदेश में सबसे बेहतर बनाया जाए। इसके लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा और जल संरक्षण के प्रयासों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 9 एमएलडी प्लांट का पूरा होना शहरवासियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। इससे न केवल जल संकट का समाधान होगा, बल्कि पानी की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।
कठोर निर्णय लेने की चेतावनी
निरीक्षण के अंत में आयुक्त ने अधिकारियों और ठेकेदारों को स्पष्ट चेतावनी दी कि कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या गुणवत्ता में गिरावट स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि गुणवत्ताहीन कार्य करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि सभी कार्य समय पर पूरे हों और नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त पी सी सार्वा,कार्यपालन अभियंता महेंद्र जगत,स्वास्थ्य अधिकारी प्रकृति जगताप,उप अभियंता कमलेश ठाकुर,लोमस देवांगन, नमिता नागवंशी,टिकेंद्र साहू, ऐश्वर्या दीवान आदि मौजूद रहे।