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गोल बाजार को संवारने बजट में 25 करोड़ का प्रावधान

शासन से स्वीकृति मिली तो बनेगा भव्य काम्प्लेक्स

पार्किंग समेत अन्य सभी सुविधा रहेगी उपलब्ध

धमतरी। नगर निगम के वर्ष 2025-26 के बजट में महापौर रामू रोहरा ने गोलबाजार को संवारने के लिए 25 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। जल्द ही प्रोजेक्ट बनाकर शासन को भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलने पर गोलबाजार में बहुमंजिला भव्य काम्प्लेक्स बनेगा जहां पार्किंग समेत अन्य सभी सुविधा उपलब्ध रहेगी। विदित हो कि शहर के अधिकांश घरों में सब्जी गोल बाजार से पहुंचती है, यहां रोजाना हजारों की संख्या में लोग खरीददारी के लिए आते है। जिन्हें अव्यवस्था के कारण परेशान होना पड़ता है। व्यवस्था सुधारने का एकमात्र विकल्प गोलबाजार का जीर्णोद्धार कर भव्य स्वरुप प्रदान करना है। भूतपूर्व नपाध्यक्ष स्व. ताराचंद हिन्दूजा के कार्यकाल में गोलबाजार के लिए योजना बनी थी लेकिन उसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका, उसके बाद से हर साल गोल बाजार जीर्णोद्धार कार्य बजट में शामिल होता है। पूर्व महापौर अर्चना चौबे ने अपने कार्यकाल में गोल बाजार विकास के लिए खास दिलचस्पी दिखाई थी। उन्होंने रायपुर से आर्किटेक्ट बुलवाकर डिजाइन तैयार कराया था जिसमें काम्पलेक्स पार्किग, लाइट, शौचालय समेत पर्याप्त सुविधा उपलब्ध कराने 5 करोड का प्रस्ताव शासन को भेजा था, लेकिन धमतरी की इस प्रमुख आवश्यकता के लिए शासन से फंड नहीं मिल पाया। इसके बाद महापौर विजय देवांगन ने गोल बाजार को और भव्य स्वरुप प्रदान करने सराय स्कूल कॉम्पलेक्स को भी इसमें शामिल कर नई डिजाइन बनवाया और 14.78 करोड़ में गोलबाजार के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव शासन को भेजा। पिछले कार्यकाल में भी सरकार ने उदासीनता बरती और धमतरी की इस प्रमुख आवश्यकता की मांग को नजर अंदाज कर दिया गया। अब लोगो को महापौर रामू रोहरा से अपेक्षा है कि वे गोलबाजार के विकास कार्य को सिर्फ बजट तक सीमित रखने की बजाए शासन से फंड लाकर बाजार को भव्य स्वरुप प्रदान करेंगे।
गोलबाजार की दुकानें 8 साल पहले हुई जर्जर घोषित
गोलबाजार की दुकानों का निर्माण हुए 55 साल से अधिक समय बीत चुका है। वर्ष 2017 में पीडब्ल्यूडी ने दुकानों को जर्जर घोषित किया। कई बार दुकानों का प्लास्टर गिरने की घटना हो चुकी है। बारिश के समय सीपेज की समस्या पुरानी है। इन दुकानों के कारण कभी भी हादसा हो सकता है। इसके बावजूद पुरानी दुकानों को डिस्मेंटल कर उनके स्थान पर भव्य कॉम्पलेक्स बनाने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिस तरह से महापौर रामू रोहरा एक के बाद एक शहर विकास के लिए फंड ला रहे है उससे लोगो में उम्मीद बंधी है कि जल्द ही गोलबाजार के लिए भी शासन से स्वीकृति लाएंगे, फिर विकास से तस्वीर बदली जाएगी।
शहर का प्रमुख बाजार, रोजाना हजारों की संख्या में पहुंचते है लोग
निगम के रिकार्ड के अनुसार गोल बाजार की नींव वर्ष 1937 में रखी गई थी। यहां कुल 60 दुकान, पसरे करीब 100 और चबूतरा करीब 120 है। पूर्व में शहर की आबादी कम होने के चलते क्षेत्रफल पर्याप्त था लेकिन समय के साथ न सिर्फ ग्राहकों की संख्या बढ़ी बल्कि रोजाना 500 से अधिक लोग व्यवसाय करने आते है। बढ़ती आबादी के लिहाज से बाजार छोटा पडऩे के चलते अव्यवस्था निर्मित होती है। यही कारण है कि गोलबाजार में भव्य काम्प्लेक्स का निर्माण कर व्यवस्था सुधारने की मांग उठ रही है।
शहर को व्यवस्थित बाजार उपलब्ध कराएंगे- महापौर

महापौर रामू रोहरा का कहना है कि गोलबाजार का विकास करना उनकी प्राथमिकता में शामिल है लेकिन कोई भी कार्य वहां के व्यवसायियों को विश्वास में लिये बगैर नहीं होगा। बैठक में बातचीत कर सभी के हितों का ख्याल रखते हुए प्लान तैयार कर उसके अनुसार काम कराया जाएगा। पूरा प्रयास रहेगा कि गोल बाजार में लोगों को बेहतर सुविधा मिले।
पार्किंग के अभाव के कारण सदर में लगता है जाम
गोल बाजार में सब्जी के अलावा फल, जनरल समान, किराना, कपड़ा, बैग, मछली बाजार, मछली समान, थ्रेड हाउस, कृषि आदि की दुकने लगती है। पार्किंग के नाम पर सिर्फ सराय स्कूल कॉम्पलेक्स में छोटी जगह है वह व्यवसायियों के वाहनों से ही भर जाती है। बाजार आने वाले ग्राहक मजबूरी में सड़क किनारे वाहन खड़ा करते है। यहां पार्किंग का अभाव सदर बाजार में यातायात जाम का प्रमुख कारण बनता है, जिससे परेशानी शहर के सभी लोगो को होती है। बाजार के जीर्णोद्धार में पार्किंग व्यवस्था का खास ख्याल रखते हुए डिजाइन तैयार कराया गया है, पर मामला शासन से स्वीकृति नहीं मिलने के कारण अटका हुआ है। इधर गोलबाजार के अधिंकाश दुकानदार भव्य काम्प्लेक्स बनाने के पक्ष में है। वहीं कुछ दुकानदार ऐसे भी है जिन्हें यह चिंता है कि नया काम्प्लेक्स बनने पर पुरानी दुकानों को तोड़ दिया जाएगा, फिर वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर दूसरे स्थान पर शिफ्ट होना पड़ेगा। नया काम्प्लेक्स बनने में लंबा समय लगेगा तब तक व्यवसाय प्रभावित हो सकता है।

Ashish Kumar Jain

Editor In Chief Sankalp Bharat News

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