भाजपा महामंत्री का ज्ञानहीनता वाला बयान शिक्षा विरोधी मानसिकता का प्रतीक-राजा देवांगन

धमतरी। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राजा देवांगन ने भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं धमतरी महापौर रामु रोहरा के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने एनएसयूआई के स्कूल बंदी के विरोध प्रदर्शन को ज्ञानहीन करार दिया।राजा देवांगन ने कहा कि भाजपा नेता कह रहे हैं कि हमें ज्ञान नहीं है। शायद सही ही कह रहे हैं हमें वही ज्ञान नहीं है जो सरकार ने शराब दुकानों की संख्या 741 तक पहुँचाने के लिए पाया है, जबकि शिक्षा विभाग से 35,000 शिक्षक पद खत्म किए जा रहे हैं। तथ्य यह है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 4000 स्कूल मर्ज करने का निर्णय लिया गया है, जिसका सीधा असर ग्रामीण एवं सुदूर अंचलों में अध्ययनरत बच्चों पर पड़ेगा।मर्ज की प्रक्रिया में स्कूल भवन बंद होंगे, शिक्षक पद खत्म होंगे, बच्चों को मीलों दूर जाना पड़ेगा.वहीं, सरकार 67 नई शराब दुकानें खोलने की तैयारी में है।राजा देवांगन ने कटाक्ष करते हुए कहा भाजपा के ज्ञान का पैमाना ही अजीब है जहाँ बच्चों की किताबें बंद हो रही हैं, वहाँ शराब की बोतलें खुल रही हैं। स्कूल मर्ज को सुधार कहने वाले वही लोग हैं जो शिक्षा को ताले और शराब को ताज बना रहे हैं.उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के घोषणा पत्र में वादा किया गया था कि बंद स्कूलों को पुन: चालू किया जाएगा और 57,000 शिक्षकों की भर्ती होगी। परंतु सत्ता में आने के बाद ना केवल वादा भूला गया, बल्कि उल्टा शिक्षा संस्थानों को ही कमजोर किया जा रहा है.शांतिपूर्ण प्रदर्शन को नाटक कहने से पहले भाजपा नेताओं को आइना देखना चाहिए शिक्षा की बात छोड़ शराब के प्रचार में व्यस्त सरकार को सवाल तो सुनने ही होंगे। एनएसयूआई चेतावनी देती है कि यदि यह तुगलकी निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो जिला स्तर पर बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। यह जनहित, छात्रहित और भविष्य के भारत की रक्षा का संघर्ष है।
