छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक राज्य के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को खेल में कैरियर बढ़ाने का एक सुनहरा मौका प्रदान करेगा : मोहन लालवानी
छत्तीसगढ़ सरकार के मुखिया भूपेश बघेल ने नई पहल की : निशु चंद्राकर
लोहरसी में जोन स्तरीय छत्तीसगढिय़ा खेल का पुरस्कार वितरण समारोह
धमतरी। छत्तीसगढ़ दिव्यांगजन सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष मोहन लालवानी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक खेल को प्रारंभ करने का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में स्थानीय और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देना है। जिससे राज्य में छिपी खेल प्रतिभा का उजागर हो सके।ग्राम लोहरसी में राजीव युवा मितान क्लब के तत्वावधान में आयोजित जोन स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक प्रतियोगिता के समापन समारोह में कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री लालवानी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि ओलंपिक खेल में शहरी और ग्रामीण ईलाकों के सभी आयुवर्ग के नागरिक हिस्सा ले रहे हैं। यह खेल आयोजन राज्य में छिपी हुई खेल प्रतिभा को खेल के मैदान तक लाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। जिसके माध्यम से राज्य के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों की पहचान हो सकेगी और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं के लिये तैयार किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक राज्य के प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को खेल में कैरियर बढ़ाने का एक सुनहरा मौका प्रदान करेगा।मुख्य अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष निशु चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्थानीय और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार के मुखिया भूपेश बघेल ने नई पहल की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमारे पारंपरिक खेलों से हमे जोडऩे छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक की शुरूआत की है। जिसके लिये हम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आभारी है। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि 64 वर्षीय रामकुमार सोनवानी ने भौंरा व 60 वर्षीय भगवान साहू ने गेड़ी दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जिन्हें सम्मानित करने का मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस प्रतियोगिता में 8 ग्राम के खिलाडिय़ों ने अपने खेल का प्रदर्शन किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में शहर अध्यक्ष विकास गोलछा, ईश्वर देवांगन, गौरी शंकर पाण्डेय, विनय गंगवेर, होमेश्वर साहू, तीरथ साहू, अंकुर गोस्वामी, लेखराम मीनपाल, रोमन लाल यादव, लक्ष्मण साहू, चंद्रकांत उपस्थित थे।