समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का पूजा अर्चना कर केन्द्रो में किया गया शुभारंभ
1 लाख 22,800 कृषकों का हुआ पंजीयन, 6700 किसानों का केरी फरवर्ड किया जाना है शेष
जिले के 100 केन्द्रो होगी धान खरीदी, इस साल 66.32 लाख क्विंटल खरीदी का लक्ष्य

धमतरी। धमतरी जिले में आज से धान खरीदी प्रारंभ हुई। आज समितियों में कांटा-बांट आदि की पूजा-अर्चना कर समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत की गई। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को लेकर सभी खरीदी केन्द्रों में आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने कहा है कि जिले के किसानों को धान विक्रय में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा गया है। उन्होंने उपार्जन केंद्रों में किसानों की सुविधा हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। कलेक्टर के मार्गदर्शन में सहकारिता, मार्कफेड एवं खाद्य विभाग द्वारा धान खरीदी की व्यवस्था को लेकर सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। जिले के सभी उपार्जन केन्द्रों में किसानों की सुविधा के लिए बारदानों की व्यवस्था, फड़, चबूतरा, पीने का पानी, किसानों के बैठने की छायादार व्यवस्था की गयी हैं। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने 13 नवंबर को स्वयं धान खरीदी केन्द्रों की व्यवस्था का मुआयना भी किया। जिले में इस बार भी पिछले साल की तरह किसानों से धान खरीदने के लिए 100 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। सभी केन्द्रों में धान खरीदी के साथ-साथ क्रय धान के उठाव की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गयी है, ताकि किसानों को असुविधा न हो। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन हेतु जिले में 100 उपार्जन केन्द्र बनाये गये है। उक्त उपार्जन केन्द्रों में 15 नवम्बर से 31 जनवरी 2026 तक पंजीकृत किसानों से धान कय किया जायेगा। वर्ष 2025-26 में जिले में निर्धारित अवधि तक कुल 1,22,800 कृषकों का पंजीयन किया गया है. जिसका रकबा 1,11,207.67 हेक्ट. है और 6700 किसानां का केरी फरवर्ड किया जाना शेष है। धान खरीदी केन्द्रों पर सही गुणवत्ता/पर्यवेक्षण/निगरानी एवं वास्तविक किसानो से धान खरीदने हेतु 100 उपार्जन केन्द्र बनाये गये है. जिसके लिए 100 नोडल अधिकारी/समिति स्तर पर निगरानी समिति का गठन किया गया है, जिनके द्वारा समिति में उपस्थित रहकर धान खरीदी समुचित / सुचारू रूप से संचालन किया जायेगा।
धान के अवैध भण्डारण, परिवहन पर निगरानी हेतु उडऩदस्ता दल गठित
धान खरीदी के अवैध भण्डारण/परिवहन तथा पुर्नचक्रण रोकने के लिए तहसील स्तर पर उडऩदस्ता दल गठन किया गया है, जिसमें राजस्व, मंडी, खाद्य, सहकारिता, कृषि विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिनके द्वारा लगातार निगरानी की जायेगी। जिले में उड़ीसा सीमा क्षेत्र के बोराई (घुटकेल), बांसपानी, बनरौद एवं सांकरा चेक पोस्ट बनाया गया है, जिसमें नगर सैनिक, वन विभाग, मंडी, राजस्व विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
धान की सुरक्षा रहेगी प्राथमिकता, लग रहे कैमरे
धान की सुरक्षा हेतु खरीदी केन्द्रों में आवश्यकतानुसार ड्रेनेज एवं तारपोलिन आदि की व्यवस्था और उचित स्थानों पर सीसीटीव्ही कैमरे लगाने भी लगाए जा रहे हैं, ताकि धान खरीदी परिसर और वहां की व्यवस्था पर निगरानी रखी जा सके। धान खरीदी से जुड़े अधिकारियों को स्टेक लगाने, सभी समितियों को उचित संख्या में ही टोकन जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। मौसम खराब होने अथवा बारिश होने की स्थिति में किसी तरह की अव्यवस्था उत्पन्न न हो, इसको ध्यान में रखते हुए अग्रिम तैयारी सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने बताया कि समितियों में माइक्रो एटीएम की व्यवस्था की गई है, ताकि धान बेचने आने वाले किसान तात्कालिक खर्चे के लिए आवश्यक राशि का आहरण कर सके।
