Uncategorized

राज्य सरकार योजनाओं के माध्यम से पशुओं और गोवंश की सेहत का रख रही पूरा ध्यान

मोबाइल वेटनरी यूनिट जीपीएस से है लैस

वेटनरी यूनिट में लगे टी वी के माध्यम से दी जाती है योजनाओं की जानकारी

मूक पशुओं का भी ध्यान रखने वाले संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री बघेल का रामेश्वर ने हृदय से किया धन्यवाद

धमतरी/ राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पशुओं और गोवंश की सेहत का पूरा ध्यान रख रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप पशुओं के घर पहुंच उपचार के लिए गोवंश मोबाइल चिकित्सा यूनिट शुरू की गई है। जिले के धमतरी, कुरूद, मगरलोड और सिहावा विकासखंड में मोबाइल वेटनरी यूनिट की सेवाएं शुरू गई है। इस योजना के शुरू करने के बाद धमतरी विकासखंड के ग्राम अछोटा में बीते दिन गौठान में लगे शिविर में पहुंचे नवागांव कंडेल निवासी पशुपालक श्री रामेश्वर साहू ने बताया कि उसके पास 7 दुखारू गाये है। कुछ दिन से एक गाय जो की अच्छी नस्ल की है उसे डायरिया हो गया था, जिसके कारण वह सही तरीके से नहीं खा पी रही थी, जिसका असर उसके दूध उत्पादन पर भी पड़ने लगा। बातचीत के दौरान उसके पुत्र ने उसे बताया कि शासन द्वारा हाल ही में पालतू पशुओं के इलाज के लिए एक नई योजना प्रारंभ की गई है, जिसका टोल फ्री नंबर 1962 है। श्री रामेश्वर ने इस नम्बर पर कॉल कर पशु की समस्या बताई, जिसके लक्षण को समझ कर चिकत्सको ने उचित परामर्श दिया। श्री रामेश्वर ने कहा की प्रदेश के संवेदनशील मुखिया श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों के लिए तो योजनाएं संचालित की हैं, अब मूक पशुओं का भी वह ध्यान रख रहे हैं, जो कि उनकी संवेदनशीलता का परिचायक है। ऐसे मुख्यमंत्री श्री बघेल को ऐसी योजना प्रारंभ करने के लिए हृदय से धन्यवाद।

बता दें कि जिले में कोई भी पशुपालक अपने पशुओं के बीमार होने पर इस मोबाइल वेटनरी यूनिट के माध्यम से बीमार पशुओं के इलाज करवा सकेंगे।
मोबाइल वेटनरी यूनिट में पशुओं के चिकित्सक के साथ सहयोगी अमला भी मौजूद रहते है। हर विकासखंड के लिए एक मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई आवंटित की गई है, जिसका संचालन रोस्टर के आधार पर विकासखंड के हर गांव और गोठान तक पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। मोबाइल यूनिट सुबह आठ बजे से लेकर शाम चार बजे तक संचालित रहती है। इसके साथ ही जरूरत होने पर मोबाइल वेटनरी यूनिट वाहन के द्वारा दवा और वैक्सीन आदि भी उपलब्ध कराई जाती है। इसके साथ ही मोबाइल वेटनरी मे पशुओं के टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान की भी व्यवस्था उपलब्ध है ।मोबाइल वेटनरी यूनिट के संचालन के लिए राज्य स्तर पर कॉल सेंटर भी स्थापित किया गया है। इसका टोल फ्री नंबर 1962 है। जिस पर कॉल करके पशुपालक अपना पता और लोकेशन बता कर बीमार पशुओं के इलाज के लिए इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। इस कॉल सेंटर से पशुपालकों को पशुधन विकास और पशु स्वास्थ्य संबधी गतिविधियों की जानकारी भी दी जाएगी। मोबाइल वेटनरी यूनिट मे जीपीएस भी लगाया गया है, जिससे राज्य स्तर पर मोबाइल यूनिट का ऑनलाइन रियल टाइम लोकशन भी प्राप्त किया जा सकता है।

*विकासखंड स्तर पर अधिकारियो को किया गया नामांकित*

विकासखंड नोडल अधिकारी व जिला स्तर पर भी जिला मोबाइल यूनिट नोडल अधिकारी नामांकित किये गए हैं। जिले के रोस्टर के अनुसार जिले में लगने वाले हाट बाजार को ध्यान मे रख कर बनाया गया है।

*टी वी के माध्यम से दी जाती है योजनाओं की जानकारी*

इस वेन के गांव में आने के एक दिन पहले मुनादी कराई जाती है। ग्रामीण जब एकत्रित हो जाते है तब वाहन में लगे टीवी के द्वारा सरल भाषा में योजनाओं की जानकारी दी जाती है। साथ ही वाहन में उपलब्ध प्रयोगशाला से बीमार पशुओं के रक्त एवं गोबर नमूने जांच कर तत्काल इलाज की व्यवस्था भी इस वाहन में है।

Ashish Kumar Jain

Editor In Chief Sankalp Bharat News

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!