पेन पकड़ न सकने वाले विशेष बच्चों ने अपना नाम, स्कूल और पता लिखा
8 सितंबर विश्व साक्षरता दिवस पर सार्थक स्कूल में विशेष बच्चों के साक्षर होने की खुशी मनाई गई
पराग लुनिया ने सार्थक के विशेष बच्चों को साक्षर होने की बधाई दी
धमतरी. मानसिक दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र सार्थक स्कूल में विश्व साक्षरता दिवस पर विशेष बच्चों ने “हम साक्षर हो रहे हैं” थीम पर चार्ट पेपर के एक – एक कॉलम में चिपकाई गईं अपनी फ़ोटो के नीचे अपना नाम, पता, मम्मी, पापा का नाम और स्कूल का नाम लिखा। और बताया कि, हम भी साक्षर हो गए हैं।बच्चों का उत्साह वर्धन करने धमतरी के पराग लुनिया और चेन्नई से आई लवीना पारख स्कूल आए थे। बच्चों ने उनके सामने अपना परिचय लिखकर और बोलकर दिखाया। साक्षरता की ओर बढ़ते हुए बच्चों की पढ़ने_ लिखने में रुचि और उत्साह देख पराग एवं लवीना ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी और उन्हें उपहार स्वरूप पेन भेंट किया।
सार्थक अध्यक्ष डॉ. सरिता दोशी ने बताया कि, सार्थक को संचालित हुए 19 वर्ष हो गए हैं। यहां बच्चो को संगीत, खेल, डांस, योगा, ड्रॉइंग,पेंटिंग, डंबल्स, राखी एवं लिफाफों का प्रशिक्षण,और अन्य गतिविधियों के साथ पढ़ना और लिखना आवश्यक रूप से सिखाया जाता है। प्रशिक्षकों की कड़ी मेहनत, धैर्य तथा नियमित प्रयास से बच्चे लिखना, पढ़ना, और बोलना सीख रहे हैं, परिणामत: आज बच्चों ने साक्षर होकर दिखाया है। इस उपलब्धि पर बच्चों को चॉकलेट्स, बिस्किट्स खिलाकर खुशी मनाई गई।सचिव स्नेहा राठौड़ ने स्कूल आए दोनों अतिथियों को धन्यवाद दिया ।
प्रशिक्षक मैथिली गोड़े, गीतांजलि देवी, मुकेश चौधरी, स्वीटी सोनी, देविका दीवान, सुनैना गोड़े ने बच्चों को बोलने एवं लिखने के लिए प्रोत्साहित किया।