बिना पीयूसी सर्टिफिकेट के सड़कों पर दौड़ है कई वाहन, फैला रहा वायु प्रदूषण
आरटीओ व यातायात विभाग के उदासीनता से खुले आम हो रहा नियमों का उल्लंघन
धमतरी. केंद्र सरकार द्वारा अनफिट व प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों में कमी लाने कई नियमों में बदलाव किया गया है लेकिन इसका जिले में पूर्णत: पालन नहीं हो रहा है नतीजा सड़कों पर कई वाहने भारी प्रदूषण फ़ैलाते दौड़ रहे हैं। बता दे की मोटरयान अधिनियम में केंद्र सरकार द्वारा बदलाव किया गया है जिसके तहत 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को सड़कों पर नहीं चलाया जा सकता है लेकिन शहर की सड़कों पर 15 सालों से कहीं अधिक पुराने कई वाहन सालों से दौड़ रहे हैं। विडम्बना है कि उक्त अनफिट वाहनों की पड़ताल जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा नहीं की जा रही है। जिला परिवहन विभाग व यातायात विभाग द्वारा ऐसे वाहनों पर रोक लगाया जा सकता है इसके वृहद जांच अभियान चलाया जा सकता है लेकिन ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है नतीजन बेखौफ होकर नियमों का उल्लंघन कर प्रदूषण फैलाया जा रहा है बता दे कि कई साल पूर्व जिले सहित प्रदेश भर में वाहनों में प्रदूषण जांच अनिवार्य किया गया है जिसे ओर जांच करवाई व्यापक स्तर पर किया गया था इसके बाद लोग वाहनों की प्रदूषण जांच करने जांच केन्द्रो में भीड़ उमडऩे लगी इसलिए भारी भीड़ को देखते हुए कई नई प्रदूषण जांच केंद्र शहर में खुले लेकिन कुछ ही महीना में कार्रवाई थमते ही लोग प्रदूषण जांच से पीछे हटते गए नतीजन फिर से जांच केन्द्रो में सन्नाटा पसर गया इसलिए अब कई जांच केंद्र बंद हो चुके हैं वर्तमान में कई वाहने ऐसी है जो 15 साल से ज्यादा पुरानी है सड़कों पर दौड़ रही है लेकिन उक्त वाहनों के पास प्रदूषण जांच सर्टिफिकेट और फिटनेस टेस्ट सर्टिफिकेट नहीं है क्योंकि प्रदूषण और फिटनेस टेस्ट के पैमाने पर उक्त वाहने खरा नहीं उतर पाते।
छोड़ रहे जहरीला काला धुआं
पुराने अनफिट वाहनों द्वारा कार्बन मोनोऑक्साइड ज्यादा छोड़ा जाता है जो कि पर्यावरण के लिए काफी घातक होता है इससे वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता है। सरकार द्वारा प्रदूषण में कमी लाने ई व्हीकल को बढ़ावा दिया जा रहा है साथ ही पुराने कंडम वाहनों को चलन से बाहर किया जा रहा है लेकिन इसका जिले में बेहतर तरीके से पालन नहीं हो पा रहा है। विडंबना तो यह है कि ऐसे पुराने बिना पीयूसी और फिटनेस सर्टिफिकेट वाले वाहनों को खरीदा बेचा नहीं जा सकता बावजूद इसके इनकी खरीदी बिक्री धड़ल्ले से जारी है कुछ वाहनों तो ऐसे हैं जो मिट्टी तेल के मिलावट के साथ चल रहे हैं और प्रदूषण का स्तर बढ़ाते जा रहे हैं।