गंगरेल मंडई के दिन मतदान, गोंड़ समाज ने की तिथि बढ़ाने की मांग
धमतरी। विधानसभा चुनाव के लिये मतदान और गंगरेल स्थित अंगारमोती में मड़ई एक ही तिथि में पडऩे के कारण मतदान के प्रतिशत में असर पडऩे की पूरी संभावना जताई जा रही है। ऐसे में गोंड़ समाज के लोगों ने मतदान तिथि को आगे बढ़ाने की मांग निर्वाचन आयोग से की है। बुधवार को ज्ञापन सौंपने जिला कार्यालय पहुंचे समाज के लोगों का कहना है कि धमतरी जिले की सुविख्यात आदिशक्ति मां अंगारमोती माता का मेला मड़ई दीपावली के बाद प्रथम शुक्रवार को सदियों से परंपरा अनुसार संपन्न होते आ रहा है। इस मड़ई मेला में छत्तीसगढ़ ही नहीं देशझ्रविदेश से भी श्रद्धालुगण मन्नत लेकर लाखों की तादाद में उपस्थित होते हैं। इस वर्ष यह मेला मड़ई दीपावली के बाद प्रथम शुक्रवार 17 नवंबर को होने जा रहा है। उक्त तिथि को लोकतंत्र के महायज्ञ छत्तीसगढ़ विधानसभा के मतदान की तिथि भी धमतरी जिला के लिए तय हुआ है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली एवं राज्य निर्वाचन आयुक्त छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग नया रायपुर को कलेक्टर धमतरी के माध्यम से गोंड समाज के जिला अध्यक्ष शिवचरण नेताम के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपते हुए कहा गया कि सभी प्रकार के चुनाव के मतदान में धमतरी जिला के मतदाता जागरूकता का परिचय देकर बढ़-चढ़कर हिस्सा लेकर अग्रणी भूमिका निभाते रहे हैं। लोगों में शिक्षा के साथ मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है। इसलिए पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी भारी तादाद में बढ़-चढ़कर लोग मतदान में हिस्सा लेंगे। लेकिन मड़ई मेला के दिन मतदान तिथि होने के कारण बरसों से माता के मड़ई मेला में आने वाले लोग मतदान करने से वंचित हो जाएंगे। जिसके कारण धमतरी जिला एवं आसपास के जिलों में मतदान का प्रतिशत कम होगा। मतदान करने से वंचित होने के कारण अनावश्यक मतदाताओं में निर्वाचन आयोग के प्रति आक्रोश पैदा होगा और अपने अधिकारों के लिए मजबूरन आंदोलन के लिए भी बाध्य होना पड़ सकता है। इसलिए समाज की मांग को स्वीकार करते हुए सबके आस्था, विश्वास एवं परंपरा को बनाए रखने हेतु 17 नवंबर 2023 के मतदान तिथि में परिवर्तन किया जाए। जिससे धमतरी जिला एवं आसपास के जिलों के मतदाता महायज्ञ रूपी इस विधानसभा चुनाव में वोट डालकर योग्य विधायक चयन में सहभागिता सुनिश्चित कर सकें। ज्ञापन सौंपने वालों में गोंड समाज विकास समिति जिला धमतरी के डॉ. ए आर ठाकुर, ओंकार नेताम, नकुल नेताम, ईश्वर नेताम, अर्जुन सिंह कोर्राम, सुदर्शन ठाकुर, हुलार सिंह कोर्राम, मानसिंह मरकाम, शिव नेताम, मनीष मरकाम, हरि सिंह, जगमोहन कुंजाम, राहुल नेताम, नीरज नेताम आदि उपस्थित थे।