कुरुद की जनता के विकास की उम्मीदों पर पुन: खरा उतरेंगे विधायक अजय चन्द्राकर
भाजपा नेताओं ने कहा अजय चन्द्राकर के नेतृत्व में कुरूद में विकास रहेगा निरंतर जारी
मूलचंद सिन्हा
कुरुद । कुरुद विधानसभा से अजय चंद्राकर एक बार फिर विधायक निर्वाचित हुए है। लगातार तीसरी बार व अब तक कुल 5 पांच बार वे कुरुद से विधायक निर्वाचित हो चुके है। ऐसे में भाजपाईयों ने अजय चन्द्राकर के नेतृत्व में कुरुद सहित जिले के विकास की बात दोहराई है। अविभाजित मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह के शासन में उत्कृष्ठ विधायक के रूप कुरूद के नाम को विधानसभा में पहली बार में अंकित कराया। फिर 2000 में छतीसगढ़ राज्य के गठन के बाद प्रदेश में बनी अजीत जोगी शासन काल में क्षेत्र की बात विधानसभा पटल पर प्रमुखता से रखते हुए कुरूद विकास के लिए तत्पर रहकर कार्य किया।
नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष भानू चन्द्राकर ने भी कुरूद विधायक अजय चन्द्राकर को मुख्यमंत्री बनाने की पैरवी करते हुए कहा कि नवगठित राज्य छत्तीसगढ़ में पहले आमचुनाव में कुरूद विधानसभा क्षेत्र से दुबारा जीतकर कैबिनेट मंत्री बनने पर अजय चंद्राकर ने गांव-गांव के तालाबों में निर्मला घाट निर्माण की योजना लाकर महिलाओ के सम्मान और हित पर कार्य किया।
कुरूद चुनाव प्रभारी दयाराम साहू ने कहा कि पिछड़ा वर्ग से मुख्यमंत्री बनाये जाने पर छत्तीसगढ़ के पिछड़ा वर्ग के लोगों को प्रतिनिधित्व मिल पायेगा। इसलिए कुरूद विधायक अजय चन्द्राकर को एक बड़े तबके ने मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है। श्री साहू के अनुसार अजय चन्द्राकर 2003 से 2008 तक मंत्री छत्तीसगढ़ शासन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, जनशक्ति नियोजन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्कूल शिक्षा संसदीय कार्य मंत्री रहे हैं। जुलाई 2011 से 31 मार्च 2013 तक अध्यक्ष राज्य वित्त आयोग और 2013 में वे पंचायत मंत्री रहे हैं। 2014 में वे अध्यक्ष छत्तीसगढ़ फुटबॉल संघ रहे हैं। 2015 में वे पुन: संसदीय कार्य मंत्री बने।
नगर पंचायत कुरूद के पूर्व अध्यक्ष रविकांत चन्द्राकर ने बताया कि पांच बार विधायक निर्वाचित होने के बाद और नई सरकार के बनने की कवायद के बीच समर्थक, भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं के बीच से सोशल मीडिया में अजय चंद्राकर के सीएम बनाए जाने की चर्चा जोर पकडऩे लगी है।
भाजपा नेता मालक राम साहू ने कहा कि अजय चन्द्राकर 1998 के मध्यप्रदेश विधानसभा पहली बार निर्वाचित हुए। उसके बाद 2003, 2013, 2018 और 2023 में निर्वाचित हुए। वे अप्रैल 2013 में प्रदेश मुख्य प्रवक्ता बने थे। सन 2000 में वे विधानसभा स्तर के अनेक समितियों के सदस्य रहे। उनके नेतृत्व में कुरुद विधानसभा में विकास का गंगा बही। जनता ने उनके नेतृत्व को पुन: स्वीकार करते हुए कुरुद विधानसभा के विकास की जिम्मेदारी सौंपी है। जिस पर वे खरा उतरेंगे।