राजा राव पठार में तीन दिवसीय वीर मेले के दूसरे दिन उमड़ी हजारो की भीड़
हुए आदिवासी सांस्कृतिक कार्यकम ,समाज के प्रतिभाओं का सम्मान,शिक्षा, खेल,शिल्पकला आदि से जुड़े प्रतिभाओं को किया गया सम्मानित
धमतरी राजाराव पठार में तीन दिवसीय वीर मेला का आयोजन किया जा रहा है आज दूसरे दिन आदिवासी समाज और अन्य समाज के लोग पहुँचे। मेला स्थल में स्थापित शहीद वीरनारायण सिंह के प्रतिमा,बूढ़ादेव(सल्ला गांगरा) व राजाराव बाबा,माँ कंकालीन का दर्शन लाभ लिया। मेला के दूसरे दिन आदिवासी सांस्कृतिक कार्यक्रम, समाज के प्रतिभाओं का सम्मान-शिक्षा,खेल,शिल्पकला आदि से जुड़े प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।इसके अलावा देर शाम आदिवासी महापंचायत रखी गई। जिसमें प्रदेशभर से आदिवासी समाज के पदाधिकारी पहुँचे और समाज के संवैधानिक अधिकारों को लेकर चर्चा किया गया। सामाजिक रीति रिवाज,पेशा कानून सहित 23 सूत्रीय मांगों पर चर्चा एवं निर्णय लिया गया।कार्यक्रम में बतौर अतिथि पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अजजा आयोग दिल्ली नन्दकुमार साय,पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम, प्रदेश महासचिव विनोद नागवंशी,प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बीएस रावटे,जिला एवं सत्र न्यायाधीश डॉ. प्रज्ञा पचौरी,प्रथम उच्च न्याययिक मजिस्ट्रेट बालोद श्यामवती मरावी,नवनिर्वाचित कांकेर विधायक आशाराम नेताम, कोंडागांव विधायक लता उसेंडी,पूर्व विधायक भोजराम नाग,केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम,गुंडरदेही विधायक कुंवर निषाद,मीना सत्येंद्र साहू,जनपद अध्यक्ष प्रभात ध्रुव आदि शामिल हुए।इस मौके पर विभिन्न कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति की गई जिनमे जय बूढ़ादेव आदिवासी नृत्य पुरुर,गुंडाधुर लोककला मंच किंदरवाड़ा सुकमा,लेजा परब नृत्य नेगानार दरबा,आदिवासी रिकार्डिंग डांस ग्रुप बठेना,जादूगर के के ठाकुर गुरुर,जय काली कंकालीन आया डांस ग्रुप बालोद,जय बूढ़ादेव मांदरी रेलापाटा बेलमामारी केशकाल और देर रात कारी बदरिया मोखा गुरुर की प्रस्तुति हुई।