धान खरीदी की तिथि आगे बढ़ाते हुए 15 फरवरी तक किया जाए :- ओंकार साहू
पंचायतों में किसानों को 3100 रुपए का एक मुश्त भुगतान करने का निर्णय जल्द ले साय सरकार
धमतरी विधायक ओंकार साहू ने धान खरीदी की तिथि 15 फरवरी तक बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने 135 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य निर्धारित किया था, तब प्रति एकड़ 20 क्विंटल की दर से खरीदी होना था। वर्तमान में जब प्रति एकड़ 21 क्विंटल खरीदी के आदेश जारी हो गए है तो लक्ष्य भी बढ़ेगा। कम से कम 150 लाख मीट्रिक टन खरीदी पहुंचेगी साथ ही मौसम खराब होने के कारण भी धान खरीदी के कार्य मे व्यवधान उतपन्न हुआ है. पूरे लक्ष्य कि प्राप्ति के लिए तथा सभी किसान अपना धान बेच सके इसके लिए जरूरी है कि धान खरीदी की तिथि बढ़ाई जाएं। किसान धान खरीदी केंद्रों में अपना धान बेचने पहुंच रहे है, लेकिन किसानों में दुविधा की स्थिति है। विधायक श्री साहू ने आगे कहा कि कुछ किसानों ने बताया कि उनके द्वारा अब तक 500 बोरी धान बेचा गया है और 200 बोरी धान बेचना बाकी है. जब वह खरीदी केंद्र में टोकन कटाने गया तब पता चला कि 31 जनवरी तक का टोकन काटा जा चुका है लेकिन उसका बारी अभी नहीं आया है ऐसे परिस्थिति में वह किसान चिंतित है कि 200 बोरी धान समर्थन मूल्य पर बेच नहीं पायेगा. उन्होंने कहा कि वह अकेले ऐसे किसान नहीं है जो धान बेचने से वंचित हो रहे हैं यदि अवधि नहीं बढ़ाया गया तो बहुत सारे किसानों का धान नहीं बिक पायेगा. ओंकार साहू ने आगे कहा कि प्रदेश में यदि एक भी किसान अपने उपज बेचने से वंचित होता है तो यह कृषि प्रधान छत्तीसगढ़ राज्य में भाजपा सरकार की बहुत बड़ी नाकामी होगी इसलिए शीघ्र ही धान खरीदी की अवधि 15 फरवरी तक बढ़ाया जाए जिससे सभी किसानों की धान खरीदी सुनिश्चित हो. पूर्व में भूपेश बघेल जी के कांग्रेस सरकार ने किसानों की हित मे फैसला लेते हुए खरीदी की तिथि 15 दिन आगे बढ़ाई थी ओंकार साहू ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों से वादा किया है कि वह धान की क़ीमत 3100 रुपए प्रति क्विंटल देगी तथा इसका एक मुश्त भुगतान धान बेचने के तुरंत बाद खरीदी केंद्रों की ग्राम पंचायतों में ही अलग से काउंटर बना कर किया जाएगा। इस संबंध में शासन के तरफ से कोई निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है और न ही कोई निर्देश जारी हुआ है, जिसके कारण उनको समर्थन मूल्य पर ही भुगतान हो रहा है। किसान चिंतित है कि उनको 3100 रुपए की क़ीमत कैसे और कब मिलेगी? भाजपा सरकार द्वारा विधानसभा में पेश किए गए अनुपूरक बजट में भी धान खरीदी के लिए कोई वित्तीय व्यवस्था नहीं है, इससे और ज्यादा किसानों की चिंता बढ़ गई है। आगे ओंकार साहू ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर धान की क़ीमत 3100 रुपए एक मुश्त भुगतान का निर्णय लेकर क्रियान्वित करवाया जाए। ताकि, किसानों को उनकी फसल की पूरी कीमत मिल पाए।