अब तक महासमुंद लोकसभा में धमतरी से नहीं रहा कोई प्रत्याशी
जनता कर रही इस बार स्थानीय प्रत्याशी बनाने की मांग
जिले में है कई दिग्गज जनाधार वाले नेता, भाजपा कांग्रेस से जनता को है स्थानीय प्रत्याशी बनाने की उम्मीद
धमतरी। जल्द ही लोकसभा चुनाव के तारीखो का ऐलान हो सकता है। प्रशासन भी चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है। राजनीतिक पार्टियों में भी प्रत्याशी चयन की कवायद जारी है। इसी बीच महासमुंद लोकसभा प्रत्याशी धमतरी विधानसभा से बनाने की मांग हो रही है। यह मांग आम जनता द्वारा की जा रही है। उल्लेखनीय है कि धमतरी विधानसभा महासमुंद लोकसभा के अन्तर्गत आता है। महासमुंद लोकसभा चुनाव इतिहास में अब तक एक बार भी धमतरी विधानसभा से प्रत्याशी नहीं बनाया गया है। जिससे धमतरी विधानसभा के साथ संसदीय क्षेत्र में भेदभाव का दंश जनता झेलती रही है। जिसके चलते विधानसभा क्षेत्र के कई बहुप्रतिक्षित मांगे अब तक पूरी नहीं हो पाई या फिर मांगो को पूरा होने में दशकों लग गए। विकास की रफ्तार में अब अन्य क्षेत्रो की तरह ही धमतरी विधानसभा आगे बढऩे उत्सुक है। इसलिए इस बार लोकसभा प्रत्याशी धमतरी विधानसभा से हो यह मांग जोर शोर से हो रही है। उक्त राजनीतिक पार्टियों द्वारा नहीं बल्कि स्थानीय आम जनता द्वारा की जा रही है। बता दे कि धमतरी विधानसभा में भी कई ऐसे दिग्गज नेता व जनप्रतिनिधि रहे है जो कि जनाधार रखते है। जनता की सेवा में समर्पित रहते है। दोनो मुख्य राजनीतिक पार्टियों में ऐसे नेताओं की कमी नहीं है। इसलिए जनता की इस मांग को नकारने का विशेष कारण नहीं है। चर्चा तो यह भी है कि यदि किसी राजनीतिक पार्टी द्वारा स्थानीय नेता को प्रत्याशी बनाया जाता है तो जनता पार्टी से परे होकर उक्त प्रत्याशी को जिताने मतदान करेगी।
उल्लेखनीय है कि महासमुद लोकसभा के अन्तर्गत कुल 8 विधानसभा राजिम, महासमुंद, सरायपाली, बसना, खल्लारी, बिन्द्रानवागढ़, कुरुद, धमतरी आता है। इनमें महासमुंद व धमतरी जिला मुख्यालय वाले विधानसभा है। अब तक लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी के रुप में धमतरी जिला की अनदेखी होती रही है। लेकिन इस बार जनता पूरजोर मांग कर रही है। बता दे कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों के संबंध में भाजपा-कांग्रेस की कई बैठके वरिष्ठ नेताओ की उपस्थिति में हो चुकी है। इस दौरान स्थानीय कई नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन दिया है। वहीं कुछ ऐसे भी नेता है जो भीतर ही भीतर लोकसभा चुनाव में टिकट के लिए प्रयासरत है। अब देखना यह होगा कि क्या दोनो मुख्य राजनीतिक पार्टियां धमतरी वासियों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए स्थानीय नेता को प्रत्याशी के रुप में तवज्जो देती है?