कबाड़ में तब्दील हो रहा निगम का वाटर एटीएम, लाखों रुपये की बर्बादी
सालों से बंद पड़े है वाटर एटीएम, गर्मी के मौसम में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने मेंटेनेंस है जरुरी
64 लाख की लागत से शहर के 8 स्थानों पर लगाया गया है वाटर एटीएम
धमतरी । गर्मी की दस्तक हो चुकी है। आने वाले दिनों में पल-पल लोगों का लगा सूखेगा ऐसे में भीषण गर्मी में लोगों की प्यास बुझाने शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने नगर निगम द्वारा लगभग 9 साल पहले शहर के कई स्थानों पर वाटर एटीएम स्थापित किया लेकिन यह सिर्फ सफेद हाथी साबित हुआ। यदि वर्तमान स्थिति की बात की जाये तो शहर के लगभग सभी वाटर एटीएम सालों पहले ही उपयोग विहीन हो चुके है। कई एटीएम में सालों पहले ही खराबी आ गई थी। जिसकी मरम्मत नहीं हो पाई नतीजन धीरे-धीरे वाटर एटीएम कबाड़ में तब्दील हो रहा है। मिली जानकारी के अनुसार साल 2015 में पहली बार शहर के विभिन्न स्थानों पर वाटर एटीएम लगाया गया। वर्तमान में शहर में कुल 8 स्थानों पर वाटर एटीएम है। जिनकी लागत लगभग 64 लाख रुपये बताई जा रही है। शहर के मां विंध्यवासिनी मंदिर के पास, नया बस स्टैण्ड, जिला अस्पताल परिसर, गौरवपथ ईतवारी बाजार, इंडोर स्टेडियम, एकलव्य खेल परिसर आदि स्थानों पर वाटर एटीएम लगाया गया है। देखरेख के अभाव व निगम की अनदेखी के कारण जनता के पैसो को पानी में लगाकर पानी में डाल दिया गया। पहले जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और अधिकारियों द्वारा वाटर एटीएम से राजस्व जेनरेट करने की योजना बनाई। वाटर एटीएम में सिक्का डालकर पानी निकालने से शुरुवात हुई लेकिन जल्द ही जनता ने इसे नकार दिया। इसके बाद सिक्कों की अनिवार्यत: भी समाप्त की गई फिर भी बार-बार मेंटनेंस की आवश्यकता के चलते वाटर एटीएम कभी सुचारु रुप से सुविधायें दे नहीं पाया।
कुछ आवश्यक स्थानों पर हो मरम्मत
शहरवासी विवेक सोनी, नितेश देवांगन, आकाश खरे ने कहा कि वाटर एटीएम की मरम्मत कराकर लोगों को शुद्ध जल की सुविधा निगम को देनी चाहिए। कुछ विशेष स्थानों जैसे जिला अस्पताल परिसर, नया बस स्टैण्ड आदि स्थानों पर रोजाना सैकड़ों लोगों की आवाजाही रहती है। यदि यहां वाटर एटीएम की सुविधा नियमित मिलेगी तो लोगों को गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या से राहत मिलेगी। वर्तमान में कई लोग 20 रुपये का बाटल खरीद कर पीने मजबूर रहते है। इससे भी लोगों की बचत होगी।