छत्रपति शिवाजी महाराज का दूध, दही, पंचामृत एवं सात नादियो के जल से मंत्रोचार के साथ किया गया भव्य राज्याभिषेक
हिंदू साम्राज्य दिवस पर प्रात: माँ तुलजा भवानी मंदिर में किया गया अभिषेक
धमतरी। हिंदवी स्वराज संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक कार्यक्रम छत्रपति शिवाजी महाराज राज्याभिषेक महोत्सव समिति द्वारा मनाया गया। छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक उस काल में हुआ था जब हिंदू समाज विपरीत परिस्थिति में था।कोई हिंदू राजा नहीं बन सकता था 500 वर्षों के बाद इस राज्याभिषेक से हिंदुओं में जागरण हुआ था और हिंदू समाज शिवाजी महाराज के नेतृत्व में संगठित हुआ। इसलिए इसे हिंदू साम्राज्य दिवस कहा जाता है। आज भी हिंदू समाज पर बहुत से आघात किये जा रहे है भय और आतंक का माहौल बनाया जा रहा है महिलायें सुरक्षित नहीं है।इस राज्याभिषेक का उद्देश्य है समस्त हिंदू समाज छत्रपति शिवाजी महाराज के काल की तरह संगठित होकर समाज की सभी कुरीतियो समाज में होने वाले आघात को दूर करे इसलिये यह राज्याभिषेक समस्त हिंदू समाज द्वारा संगठित होकर कर मनाया गया।
प्रात: माँ तुलजा भवानी मंदिर में अभिषेक किया गया। छत्रपति शिवाजी महाराज चौक में छत्रपति शिवाजी महाराज का भव्य राज्याभिषेक दूध दही पंचामृत एवं सात नादियो के जल से मंत्रोचार के साथ किया गया। सर्व समाज एवं प्रबुद्धजन द्वारा दीप प्रज्वलन कर विषय बिंदु पर मुख्य वक्ता ने छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक हिंदू साम्राज्य दिवस के विषय में प्रकाश डाला की शिवाजी महाराज ने हिंदवी स्वराज्य के स्थापना के लिये कैसे समस्त हिंदू समाज को एकजुट किया हिंदू साम्राज्य दिवस सिफऱ् मराठों का नहीं अपितु समस्त हिंदू समाज का उत्सव है। छत्रपति शिवाजी महाराज चौक दीप से प्रज्वलयमान रहा। तत्पश्चात् वीर सावरकर जी द्वारा रचित छत्रपति शिवाजी महाराज की महाआरती छत्रपति शिवाजी चौक में किया गया और भव्य आतिशबाजी की गयी। इस अवसर पर समस्त हिंदू समाज सर्व हिंदू समाज ,जनप्रतिनिधि,सभी धार्मिक ,राजनीतिक संगठन ,सांस्कृतिक संगठन ,ज्येष्ठ श्रेष्ठ प्रबुद्ध जन,मातृशक्ति,युवा शक्ति, शहर एवं जि़ले के गणमान्य नागरिक की उपस्थिति रही।