माँ अम्बे दुर्गा उत्सव समिति रिसाई पारा द्वारा 35 वर्ष से विराजित की जा रही है माँ दुर्गा की प्रतिमा
माता रानी की प्रतिमा 10 फ़िट ऊँची और अंतिम चरण में सज़ावट काम
माँ अम्बे दुर्गा उत्सव समिति रिसाई पारा द्वारा 35 वर्ष से माँ दुर्गा की प्रतिमा विराजित की जा रही है. माता रानी की प्रतिमा 10 फ़िट ऊँची और अंतिम चरण में सज़ावट काम चल रहा है.प्रतीक सोनी ने बताया कि यह प्रतिमा दुर्ग स्थित थनौद में छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध मूर्तिकार राधेश्याम चक्रधारी स्वयं बना रहे है। जिनकी बनाई हुई मूर्तियाँ 10 अलग-अलग राज्यों तक जाती हैं .नवरात्र उत्सव की तैयारी समिति द्वारा सितंबर से शुरू हो गई है । रिसाईपारा की माता रानी की प्रतिमा इस साल भी बाज़ार चौक ओम ज्वेलर्स के समाने रिसाई पारा बाज़ार चौक में स्थित खाली जगह पर बैठेगी। बड़े एरिया में आकर्षक पंडाल बनवाया जा रहा है माता जी की प्रतिमा की ऊंचाई 10 फीट और प्रतिमा का वजन करीब 800 किलो है। इसकी लागत 80 हज़ार रूपये है। मूर्ति थनौद से 2 अक्टूबर को लाई जाएगी। संजू राव के नेतृत्व में 5-6 युवाओं द्वारा मिलकर हर वर्ष समिति को व्यवस्थित रूप से संचालित किया जाता है आसपास के लोगों व्दारा दिए गए सहयोग राशि से अंतिम दिवस विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है. समिति के नेतृत्व कर्ता संजू राव, यंशवत सोनी सदस्यगण प्रतीक सोनी, बोबी सोनी , अर्पित राजपूत, अभिषेक राव , शुभम ठांकुर , धनेश पंजवानी, केशव सोनी , अदि युवागण इस समिति से जुड़े हुए हैं.