Uncategorized

पोटाश बम के हमले से शावक हाथी हुआ घायल, 72 घंटे की तलाश के बाद मिला घायल हाथी

सीतानदी रेंज मेंं सिकासेर हाथी दल का हुआ था शिकार का प्रयास, शिकारी की जारी है तलाश

वन विभाग द्वारा बम फेंकने वाले शिकारी पर रखा 10 हजार नगद इनाम


धमतरी। उदंती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र मे लम्बे समय से दंतैल हाथियों का जमावड़ा है। करीब 40 से 50 की संख्या में विचरण कर रहे दंतैल हाथी लगातार इलाका बदलते हुए विचरण कर रहे है। इस दौरान किसानों के फसल को काफी नुकसान भी हो रहा है। लगातार फसल नुकसान होने से किसान काफी परेशान है। और वन विभाग से मुआवजे की मांग कर रहे है। हालांकि वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी लगातार निगरानी में जुटे हुए हैं लेकिन हाथियों से फसलों को नुकसान होने से नही बचा पा रहे है। ऐसे में किसानों द्वारा आग जलाकर व पटाखे फोड़कर खुद ही हाथियों को बस्ती व खेतों से दूर रखने के प्रयास किये जाने की खबरें सामने आ रही है। हाथियों को भगाने के लिये पोटाश बम का इस्तेमाल किये जाने की भी बाते सामने आने लगी है। सीतानदी रेंज के जंगल में सिकासेर हाथी दल विचरण कर रहा है। हाथी विचरण दल के आसपास ही पोटाश बम का टुकड़ा उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व की टीम ने बरामद किया है वहीं कुछ दूरी पर खून के धब्बे भी पाये गए है, ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि पोटाश बम से किये गए हमले से दल में शामिल कोई दंतैल हाथी घायल हुआ होगा। घायल हाथी की सरगर्मी से तलाश की जा रही है ताकि समय पर उसका उपचार किया जा सके। वन विभाग की कई अलग अलग टीमें घायल हाथी की तलाश में जुटी हुई है। तलासी अभियान में डॉग स्क्वायड व थर्मल ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जा रही है। उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व गरियाबंद के उपनिदेशक वरुण जैन के मुताबिक ड्रोन कैमरे की मदद से घायल हाथी की तलाश पूरी कर ली गई है। घायल हाथी छोटा बच्चा है जिसका जबड़ा सूजा हुआ है और पैर में चोट है संभवत: बम को चबा जाने के कारण यह घटना हुई है। लगभग 72 घंटे पश्चात घायल शावक हाथी सिकासेर झुण्ड से 300 मीटर दूर मिला है। जिसका रायपुर जंगल सफारी के पशु चिकित्सकों द्वारा आज उपचार किया जाएगा। वन विभाग ने पोटाश बम लगाने वाले व्यक्ति की सूचना देने पर 10 हजार रुपये के ईनाम की घोषणा की है। इस काम में डॉग स्क्वायड का भी सहारा लिया जा रहा है।

Ashish Kumar Jain

Editor In Chief Sankalp Bharat News

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!