तहसील कार्यालय में है सुविधाओं का आभाव, अव्यवस्था है हावी
पेयजल की नहीं है व्यवस्था, खराब है वाटर कूलर, प्रसाधन में है गंदगी बदबू का आलम
खुले आसमान के नीचे बैठने मजबूर है लोग, गर्मी और बारिश के मौसम में बढ़ जाती है परेशानी
धमतरी। अनेक शासकीय कार्यो के लिए रोजाना सैकड़ों लोग तहसील कार्यालय पहुंचते है। कई बार लोगों को काम कराने घंटो कार्यालय परिसर में ही बीताना पड़ता है। इस दौरान लोगों को पानी से लेकर पेशाब तक की सुविधा ठीक से नसीब नहीं हो पाती है। बता दे कि तहसील कार्यालय परिसर में ही उपपंजीयक कार्यालय भी है। जहां रोजाना लाखों-करोड़ो के जमीनो की रजिस्ट्री होती है। यहां भी रोजाना बड़ी संख्या में लोग पहुंचते है। लेकिन सुविधाओं की कमी उन्हें खलती है। तहसील कार्यालय में कई नोटरी, स्टाम्प, जमीन, आय जाति, नामातंरण सहित कई तरह के शासकीय दस्तावेज बनाये व निकलवाये जाते है। तहसील कार्यालय में ही लोकसेवा केन्द्र भी है। जहां कई लोग काम कराने आते है। वकील, उनके असिस्टेंट और नोटरी आदि ही पूरे परिसर भर दस्तावेज तैयार कराने बैठते है। जिनके पास सैकड़ों लोग रोजाना पहुंचते है। कई बार जब लोगों को प्यास लगती है तो परिसर में लगे वाटर कूलर के पास पहुंचते है लेकिन वाटर कूलर में तो जाले लग गये है। महीनों, सालों से यह बंद पड़ा है। यह सिर्फ शोपीस बन चुका है। ऐसे में पहले परिसर के बीच मटके में पानी भरा जाता था ताकि आने वाले लोगों की प्यास बूझ सकें। लेकिन आज कल ठंड के मौसम में यह भी गायब है। इसके अतिरिक्त प्रसाधन की भी बेहतर सुविधा नहीं है। यहां असहनीय बदबू उठती रहती है।
गंदगी का आलम रहता है। इसलिए कई बार तहसील कार्यालय के कर्मचारी भी यहां जाने से परहेज करते है। कार्यालय परिसर में लोगों के बैठने की भी व्यवस्था नहीं है। परिसर के बीच में बने चबुतरे में लोग बैठते है अभी ठंड के मौसम में तो बैठने में दिक्कत नहीं होती लेकिन जब मौसम बारिश और गर्मी का हो तो लोगों को बैठने की जगह भी नहीं मिलती है। तहसील कार्यालय पहुंचे विश्वेश साहू, अमरदीप सिन्हा ने कहा कि विडम्बना है कि इतने महत्वपूर्ण शासकीय कार्यालय में सालों से अव्यवस्था हावी है। और इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। तहसील कार्यालय के बाजु में एसडीएम कार्यालय भी है। बड़े और महत्वपूर्ण अधिकारी काबिज रहते है। उसके बाद लोगों को सामान्य सुविधायें भी उपलब्ध न हो पाना अनदेखी की हद है।