सड़क की मांग पर राजधानी को निकले पदयात्रियों का विधायक ने चंदन माला श्रीफल से किया सम्मान,कहा हक की लड़ाई लड़ने जागरूक जनता को साधुवाद
सड़क की इस लड़ाई में हम संघर्ष समिति के साथ,इस भैरी सरकार से अपनी सड़क लेकर रहेंगे - रंजना साहू
धमतरी -: कोलियारी खरेंगा दोनर मार्ग की बहुप्रतीक्षित सड़क निर्माण की मांग लगातार तेज़ हो रही है बीते दिनों उसी जर्जर मार्ग पर सड़क हादसे में एक शिक्षक के हाईवा के चपेट में आने से मौत हो गई,उसी दिन भाजपा द्वारा चक्काजाम किया गया था उसके पश्चात सड़क संघर्ष समिति के द्वारा आज अपनी सड़क की मांग को लेकर रायपुर राजधानी कूच किया गया जिसका विधायक रंजना डिपेंद्र साहू ने चंदन माला श्रीफल देकर ग्रामीणों का सम्मान किया और अपने हक की लड़ाई में जागरूक जनता को स्वयं आगे आने साधुवाद दिया,रविवार सुबह कोलियारी से निकली इस पदयात्रा की शुरुआत में पहुंची विधायक ने कहा पिछले साढ़े चार वर्षों से हम इस सड़क की मांग कर रहे हैं ना जाने इस सरकार को हमारे क्षेत्र से क्या भेदभाव है कि इतने सड़क हादसों के बावजूद इस सड़क की स्वीकृति नहीं दे रही है,हमने इसकी मांग सदन पर भी उठाई विभागीय मंत्रियों से मिलकर मांग की पदयात्रा निकाली उसके बाद इस भैरी सरकार को जनता की आवाज़ सुनाई नहीं दे रही और आज जब क्षेत्र की जागरूक जनता स्वयं अपने हक की लड़ाई लड़ने राजधानी की ओर निकली है हम सब पूरी तन्मयता से उनके साथ हैं,एडीबी में शामिल होने के बावजूद सड़क को प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलना यह दुर्भाग्य है हम अपनी सड़क की लड़ाई में संघर्ष समिति और ग्रामीणों के साथ हैं,वहीं दर्री सरपंच गीतेश्वरी साहू ने कहा अब सब्र का बांध टूट चुका है इस क्षेत्र के कई मासूमों ने सड़क हादसों में अपनी जानें गंवाई हैं इसका जिम्मेदार कोई है तो प्रदेश की भूपेश सरकार है उसके बाद भी यह सरकार मौन है,यह सड़क हमारी बुनियादी मांग है इसे हम लेकर रहेंगे और अगर यह सरकार हमारी आवाज़ नहीं सुन रही तो आज हम उन्हें अपनी आवाज़ सुनाने राजधानी की ओर निकल चुके हैं अपनी सड़क लेकर रहेंगे।यात्रा में प्रमुख रूप से संघर्ष समिति के रामूरोहरा जी, श्यामा साहू, दयाराम साहू,हीरेन्द्र साहू, प्रकाश साहू, राजेश शर्मा, अनिता यादव, जागेश्वरी साहू, पवित्रा दिवान, उमेश साहू, हेमंत चंद्राकर, अवनेंद्र साहू, डेनिश चंद्राकर, राजेंद्र साहेब, गोपाल साहू, शेखन साहू, निरंजन साहू, आनंद मेश्राम सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणजन पैदल निकले।