बोनी, बुआई के समय खाद् बीज की कमी से किसान है परेशान – गुरुमुख सिंह होरा
पूर्व विधायक व वर्तमान पीसीसी उपाध्यक्ष ने साय सरकार पर लगाया हर मोर्चे पर नाकाम होने का आरोप

धमतरी. धमतरी के पूर्व विधायक व वर्तमान पीसीसी उपाध्यक्ष गुरुमुख सिंह होरा ने प्रदेश की विष्णुदेव साय सरकार को हर मोर्चे पर नाकाम बताते हुए कहा कि साय सरकार खरीफ फसल के लिये बीज, खाद उपलब्ध नही करवा पा रही तो प्रोत्साहन योजना के तहत प्रलोभन दिया जा रहा ताकि किसान धान की फसल नही ले और सरकार को 3100 में धान नही खरीदना पड़े। पूरे प्रदेश में किसान बुवाई की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं, लेकिन प्रदेश में खाद और बीज की समुचित व्यवस्था यह सरकार नहीं कर पाई है। प्रदेश के ज्यादातर सोसाइटी में किसानों को डीएपी की कमी से जूझना पड़ रहा है, ज्यादातर स्थानों पर बोनी और थरहा के लिए बीज भी किसानों को नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते किसान परेशान हैं। बोनी के समय सबसे ज्यादा आवश्यकता डीएपी खाद और बीज की ही होती है, लेकिन इस सरकार का रवैया शुतुरमुर्ग की तरह है। खरीफ फसल की बुआई का समय चल रहा है लेकिन यह सरकार ना खाद के रेक की व्यवस्था कर पाई है, ना समुचित रूप से कही भंडारण की व्यवस्था है। छत्तीसगढ़ के किसानों की खाद के कुल आवश्यकता के मांग को केंद्र की मोदी सरकार ने खारिज करते हुए समुचित सप्लाई करने से मना कर दिया है।
श्री होरा ने कहा कि समिति में खाद की कमी की वजह से किसान मारा-मारा फिर रहा है। मजबूरी में किसानों को निजी दुकानों से महंगे दर पर खाद खरीदना पड़ रहा है। विगत लंबे समय से समितियों में खाद की किल्लत से परेशान किसानों की समस्या देखते हुए कांग्रेस द्वारा किसानहित में विरोध प्रर्दशन किया जा रहा है। सरकार खाद की आपूर्ति में नाकाम रही है, जिससे किसानों की लागत बढ़ रही है और वे आर्थिक रूप से टूट रहे हैं। मानसून की बुवाई का वक्त है और किसानों के पास खाद नहीं है। एक ओर मोदी सरकार किसानों की आय दुगुनी करने का वादा करती है दूसरी ओर भाजपा सरकार किसानी कार्य को और जटिल व मंहगा बनाने पर तुली हुई है।


