गुरु तेग बहादुर की 350वीं शहादत के शताब्दी अवसर पर हिंद की चादर 10 हजार किमी दूरी तय कर पहुंची राजधानी
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, नागरिक सहकारी बैंक अध्यक्ष हरमीत सिंह होरा सहित अन्य ने किया भव्य स्वागत

सिख पंथ के नौवें गुरु तेगबहादुर सिंह की 350वीं शहादत के शताब्दी अवसर पर असम के गुरुद्वारा धुबरी साहिब से 21 अगस्त को निकली हिंद की चादर यात्रा देश के अनेक राज्यों से होते हुए शनिवार शाम 6.30 बजे जैसे ही राजधानी के – सेरीखेड़ी पहुंची भव्य स्वागत में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। यह यात्रा लगभग 10 हजार किमी की दूरी तय कर सरायपाली के रास्ते पहुंची।फूलों से सजी गुरुग्रंथ साहिब की सवारी पर मत्था टेकते, गुरु तेगबहादुर के जीवन पर आधारित -झांकी का दर्शन करने का दौर रास्ते भर चला। लगभग 20 वाहनों में दो सौ श्रद्धालुओं के साथ इस यात्रा की अगुवानी साध संगत ने की। मुख्यमंत्री को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से सिरोपा भेंट किया गया। इस अवसर पर विधायक सुनील सोनी, संजय श्रीवास्तव, लोकेश कावड़िया के अलावा आयोजन समिति के प्रमुख बलदेव सिंह भाटिया व जगजीत सिंह खनूजा, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, वरिष्ठ भाजपा नेता मनमोहन सिंह चावला, बिलासपुर से अमरजीत सिंग दुआ मंचासीन थे। नागरिक सहकारी बैंक के अध्यक्ष हरमीत सिंह होरा गुरु तेग बहादुर के जीवन दर्शन व शौर्य गाथा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनकी शहादत को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।

