आत्मनिर्भर भारत सिर्फ एक संकल्प नहीं बल्कि देशभक्ति की अभिव्यक्ति भी है
सांसद रूपकुमारी चौधरी, महापौर रामू रोहरा, पूर्व विधायक रंजना साहू, जिलाध्यक्ष प्रकाश बैस सहित भाजपा नेताओं ने रखें विचार

धमतरी। आत्मनिर्भर भारत का संकल्प अभियान के तहत कल भाजपा कार्यालय में वरिष्ठ नेताओं ने अपने विचार रखें। इस दौरान सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, श्रीमती रंजना साहू, महापौर रामू रोहरा, प्रकाश बैस जिलाध्यक्ष, राकेश साहू महामंत्री, श्यामा साहू उपाध्यक्ष, चेतन हिंदुजा,उमेश साहू, विजय यदु,विजय साहू, हेमंत चंद्राकर विशेष रुप से उपस्थित रहे। भाजपा नेताओ ने कहा प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया आत्मनिर्भर भारत का संकल्प सिर्फ एक संकल्प नहीं, बल्कि देशभक्ति की अभिव्यक्ति भी है। मोदीजी के इस मूलमंत्र को अपना कर पार्टी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू किया है। यह अभियान 25 सितंबर पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से प्रारम्भ हुआ है और 25 दिसंबर को छत्तीसगढ़ निर्माता, भारत रत्न अटल जी की जयंती तक यह चलेगा। हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी की भावना के साथ इस अभियान को जन-जन तक पहुँचाने के लिए आत्मनिर्भर भारत संकल्प सम्मेलन और आत्मनिर्भर भारत संकल्प रथ यात्रा जैसी कई गतिविधियों की योजना बनाई गई है। इस अभियान का उद्देश्य वोकल फॉर लोकल के संदेश को हर भारतीय तक पहुँचाना है। पिछले एक दशक से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में स्वदेशी को लेकर जिस तेजी से काम हुआ है, उसका असर सैन्य उपकरणों के निर्यात से लेकर अंतरिक्ष, वैक्सीन हर जगह भारत की बढ़ती धाक में देखा जा सकता है। यदि सिर्फ रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को देखें तो 2014 से पहले जहां हम बड़े पैमाने पर आयात पर निर्भर थे वहीं अब आत्मनिर्भर होते हुए रक्षा निर्यातक बन चुके हैं। भारत का रक्षा निर्यात वित्त वर्ष 2014-15 में 1 हजार 941 करोड़ रूपए से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 में 23 हजार 622 करोड़ रूपए हो गया है। आज हमारे देश ने विश्व के तीसरे सबसे बड़े स्टार्ट अप इको सिस्टम के रूप में स्थापित कर लिया है. जहां 17 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर मिले हैं। भारत में 100 से अधिक यूनिकॉर्न आत्मनिर्भर भारत के संकल्प का प्रतीक हैं। वर्तमान में भारत विश्व की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था है। इस दशक के अंत तक हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। छत्तीसगढ़ का जीएसडीपी भी पांच वर्ष में दुगना कर उसे 10 लाख करोड़ करने का लक्ष्य लेकर हम कार्य कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ आत्मनिर्भर भारत का अग्रणी राज्य बने।
