मराठा समाज पदाधिकारियों ने नादगाँव में स्व सहायता समूह के केंद्र का किया भ्रमण
एक कहावत जो कही गई है आसमान में भी छेद हो सकता है एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो उसी प्रकार यदि तुम किसी चीज़ को चाहो तो सारी कायनात उसे तुमसे मिलाने को लग जायेंगी ये आज के समय में सिर्फ़ कहावत ही नहीं रह गई है कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इसका पालन कर यथार्थ के धरातल पर इसको चरितार्थ करके दुनिया के सामने एक उदाहरण भी प्रस्तुत कर प्रदर्शित भी कर रहे हैं उनमे से एक नाम छत्तीसगढ़ के राजनंदगाँव ज़िले के एक छोटे से गाँव सुकुल दैहान में जन्म ली महिला पद्म श्री फूलबासन बाई यादव है जिन्होंने उक्त उक्तियों को अपने मेहनत व अदम्य साहस के बूते पर साबित ही नहीं किया वरन् लाखों महिलाओं के जीवन के अंधकार को दूर कर उनके जीवन में उजियारा भरकर उनके जीवन को आर्थिक व सामाजिक रूप से सक्षम बनाया है । विगत दिनों छ ग़ मराठा समाज ( म) प्रकोष्ठ के तत्वावधान में धमतरी में प्रदेश स्तरीय महिला सम्मेलन व प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था उक्त कार्यक्रम में फूलबासन बाई अतिथि के रूप में उपस्थित हुई थी यहाँ मंच के माध्यम से मराठा समाज की महिलाओं को संबोधित करते हुवे उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष व कार्यो के बारे में विस्तार से बताते हुवे समाज के महिलाओं को अपने केंद्र में आने का निमंत्रण भी दिया था इसी कड़ी में मराठा समाज की महिलाएँ राजनंदगाँव केंद्र के अवलोकन हेतु गई थी वहाँ पर उन्होंने देखा की महिलाएँ किस प्रकार से आत्मनिर्भरता से कार्य कर रही है और बल्कि आर्थिक के साथ ही साथ मानसिक व सामाजिक रूप से अपने आपको सक्षम बना रही है जो की आज के समय में प्रेरणा दायी है केंद्र भ्रमण के दौरान सदस्यों ने पाया कि वहाँ पर मछली पालन गौ पालन जैविक खेती मसाला पापड़ अचार कपड़े का काम किया जा रहा है जिन्हें माँ बमलेश्वरी जनहितकारी समिति के माध्यम से बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है उनके इन कार्यों से प्रभावित होकर समाज की महिलाओं के मन में भी यह विचार आया कि कैसे हम भी समाज में ज़रूरत मंद महिलाओं को जोड़कर इस पथ पर आगे बड़े इस यात्रा में मुख्य रूप से छ ग़ मराठा समाज की म प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष व ज़िला पंचायत वन सभापति कविता योगेश बाबर , जीजा माता महिला मंडल धमतरी अध्यक्ष नीता रणसिंह , महासचिव राज श्री रणसिंह , दुर्गा बाई जगताप , प्रगति पवार , स्नेहा देशमुख , सोनिया रणसिंह , वर्षा रणसिंह , विनीता पवार भावना घोरपड़े ,आशा जाधव , सुनीता निंबालकर , ज्योति रणसिंह , कविता पवार शामिल हुए.