धूमधाम से निकली महाप्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा
सुबह से जगदीश मंदिर में उमड़ी भक्तों की भारी भीड़
धमतरी। आज महाप्रभु जगन्नाथ, बड़े भैय्या बलदाऊ व बहन सुभद्रा की भव्य रथयात्रा दोपहर को मठमंदिर चौक स्थित जगदीश मंदिर से निकाली गई। रथयात्रा मंदिर से निकल कर शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए जनक पुरी पहुंचकर सम्पन्न होगी। जगदीश मंदिर 116 साल पुराना है। वर्तमान मूर्ति को 106 साल हो गए हैं।
ज्ञात हो कि रथयात्रा महोत्सव को सफल बनाने जगदीश मंदिर ट्रस्ट द्वारा व्यापक तैयारियां की गई थी। महोत्सव के तहत विभिन्न धार्मिक आयोजन किए गए। सुबह जगदीश मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमडऩे लगी। भक्त भगवान के दर्शन के लिए कतारबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहें। इसके पश्चात महाप्रभु को रथ में सवार कराया गया। फिर यात्रा निकाली गई। जो कि मठमंदिर चौक से चमेली चौक, कचहरी चौक से होते हुए जनकपुरी पहुंचकर सम्पन्न होगी। बता दे कि सर्वप्रथम यहां एक भक्त द्वारा भगवान जगन्नाथ की छोटी प्रतिमा सन 1907-08 में बनवाई गई थी. जो कि करीब दस वर्षो तक स्थापित रही. फिर बाद में कुछ कारणवश उक्त मूर्ति को विसर्जित किया गया. पश्चात 1918 में जनसहयोग से भगवान जगन्नाथ, बलदाऊ भैय्या एवं माता सुभद्रा की बड़ी प्रतिमा बनाकर विधिवत स्थापित की गई.
रथ खींचने लगी रही होड़
महाप्रभु जगन्नाथ, बलदाऊ व सुभद्रा के सवार होने के पश्चात रथयात्रा निकाली जाती है और ऐसी मान्यता है कि उक्त रथ को खींचने से पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है। साथ ही भगवान की कृपा दृष्टि बनी रहती है। इसलिए भक्तों की टोली रथ खींचने जुटी रही। आज रथयात्रा के दौरान भक्तों को होड़ रथ को खींचने लगी रही।
जगह-जगह भंडारे का आयोजन
रथयात्रा के पावन अवसर पर विभिन्न संगठनों व धर्म प्रेमियों द्वारा भक्तों के लिए भंडारा का आयोजन किया गया। सुबह से प्रसादी वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बता दे कि विगत कई सालों से रथयात्रा के पावन अवसर पर प्रसादी वितरण किया जा रहा है। आज सुबह से पोहा, चना व शर्बत का वितरण भक्तों को किया गया। इसके अतिरिक्त समाजसेवी संस्था व समितियों द्वारा जगह-जगह भंडारा का भी आयोजन किया गया।
जगह-जगह तैनात रहे पुलिस जवान
रथयात्रा के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने व लोगो की भीड़ को व्यवस्थित करने जिला पुलिस व प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियां की गई थी। जगह-जगह जवान तैनात किए गए थे। साथ असामाजिक तत्वों पर पुलिस की पैनी नजर रही। सादे कपड़े में पुलिस के जवान पॉकिटमारो व चैन स्नेचर व छेडख़ानी करने वालो पर पुलिस की निगाह रखी गई। इसके अतिरिक्त लोगो की भारी भीड़ को देखते हुए रथयात्रा के दौरान सबंधित रुट पर प्रतिबंधित किया गया। सुबह से जगदीश मंदिर मार्ग पर चार पहिया वाहनों का प्रवेश निषेध किया गया था।