प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा की तरह जनता को झूठ की पुडिय़ा थमाने का प्रयास किया
मोदी के वक्तव्य पर कांग्रेसियों ने किया पलटवार, कहा प्रदेश की जनता भूपेश सरकार के कार्यो से पूरी तरह संतुष्ट व प्रसन्न है
धमतरी। कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रायपुर पहुंचे जहां उन्होने करोड़ो के विकास कार्यो का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होने कई मुद्दों पर अपने विचार रखे। और राज्य सरकार को नाकाम बताया। जिसके जवाब में जिले के कांग्रेस नेता पूर्व विधायक व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष गुरुमुख सिंह होरा, महापौर विजय देवांगन, दुग्धमहासंघ अध्यक्ष विपिन साहू, दिव्यांगजन सलाहकार बोर्ड अध्यक्ष मोहन लालवानी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष नीशु चन्द्राकर, पूर्व विधायक हर्षद मेहता, मंडी अध्यक्ष ओंकार साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा की तरह जनता को झुठ की पुडिय़ा थमाने का प्रयास किया है। प्रदेश के विकास के लिए नये योजनाओं के लिए उन्होने कुछ भी नहीं दिया। और सिर्फ श्रेय लेने की होड़ में शामिल रहे। 7 सालों बाद छत्तीसगढ़ पहुंचे प्रधानमंत्री ने इस बार भी छत्तीसगढ़ वासियों को निराश किया। मोदी जी श्रीराम के ननिहाल कौशिल्या माता की नगरी में झुठ परोस कर चले गये। पूर्व में यूपीए सरकार के समय स्वीकृत कार्यो का लोकार्पण कर चले गए। प्रदेश सरकार द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में किये गये अधिकांश वादो को पूरा किया। तत्काल किसानों के अरबो रुपये के कर्ज माफी की गई। बिजली बिल हाफ किया गया। गौठान का निर्माण किया गया। गोधन को आय का जरिया बनाया गया। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की गई। सिंचाई कर माफ किया गया। नि:शुल्क परीक्षा फार्म भरने की सुविधा दी गई। बेरोजगारी भत्ता दी गई। अनेक लाभ प्रदेशवासियों को दिये जा रहे है। उनका जिक्र न करते हुए सिर्फ राजनीतिक दुष्प्रचार हेतु भूपेश सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते रहे। राज्य सरकार धान खरीदी करती है और किसानों को पैसा प्रदान करती है। प्रदेश की जनता भूपेश सरकार के कार्यो से पूरी तरह संतुष्ट व प्रसन्न है ऐसे में आगामी चुनाव में भी बहुमतों से कांग्रेस प्रदेश में पुन: सरकार बनाएगी। लेकिन श्रेय केन्द्र सरकार द्वारा लेने का प्रयास पुन: किया गया। कांग्रेसियों ने आगे कहा कि भाजपा ने देश को बेचने का काम किया है। पूर्व में रमन सरकार में विपक्षी के खिलाफ कई षडय़ंत्र रचे गए। किसानों को न समर्थन मूल्य दिया गया न ही बोनस। किसान आत्महत्या को मजबूर रहे। इन नाकामियों को मोदी सरकार ने नहीं बताया।